किराया डिफाल्टर की श्रेणी में चल रहे राम नगर, बांसो गेट व महाराणा प्रताप चैक के 12 दुकानदारों पर निगम ने की बड़ी कार्रवाई, 3 दुकानों का किया सील, 4 ने आंशिक व 5 ने किया पूर्ण भुगतान, 10 लाख रूपये की हुई रिकवरी – संयुक्त आयुक्त।
रेंट न चुकाने वाले डिफाल्टर दुकानदारों को नोटिस किए जा चुके जारी, अभी भी समय, भरें किराया, अन्यथा दुकान होगी सील
न्यूज डेक्स संवाददाता
करनाल। नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा के आदेशानुसार निगम दुकानों का किराया न चुकाने वाले डिफाल्टर दुकानदारों के खिलाफ शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस दौरान राम नगर, बांसो गेट व महाराणा प्रताप चैक की 12 दुकानों पर कार्रवाई की गई। इनमें से 3 दुकानों को सील कर कब्जे में लिया गया। सीलिंग की कार्रवाई से बचने के लिए नगर निगम के प्रवर्तन दल को मौके पर 4 दुकानदारों ने आंशिक व 5 ने पूर्ण भुगतान किया। कार्रवाई के दौरान टीम ने 10 लाख रूपये की रिकवरी की। यह जानकारी नगर निगम की संयुक्त आयुक्त अदिति ने दी।
संयुक्त आयुक्त ने बताया कि सीलिंग की कार्रवाई करने से पहले उपरोक्त सम्बंधित दुकानदारों को कई बार नोटिस भी जारी किए गए थे, परंतु उन द्वारा नोटिस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। इसके बाद दुकानों को सील करने व कब्जे में लेने की कार्रवाई प्रारम्भ की गई, जिसके फलस्वरूप शुक्रवार को इसे अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया कि उपरोक्त के मद्देनजर, नगर निगम अधिनियम 1994 की धारा 408-ए (1) के तहत उक्त दुकानों को सील करने की कार्रवाई की गई। सील करने गई एन्फोर्समेंट टीम में सचिव बल सिंह, रेंट सहायक राम सिंह तथा उनकी टीम व पुलिस बल मौजूद रहा।
कार्रवाई की जानकारी देते उन्होंने बताया कि सबसे पहले राम नगर की 3 दुकानों को सील करने की कार्रवाई शुरू की गई। इनमें से 2 दुकानों के किराएदारों द्वारा मौके पर टीम को आंशिक भुगतान कर दुकान को सील होने से बचा लिया गया। परंतु 1 दुकानदार द्वारा किराए का भुगतान न करने की सूरत में उसे तुरंत सील कर अपने कब्जे में ले लिया गया। इसके बाद बांसो गेट स्थित 4 दुकानों को सील करने की कार्रवाई प्रारम्भ हुई। इनमें से 2 किराएदारों द्वारा मौके पर टीम को आंशिक भुगतान कर दुकान को सील होने से बचा लिया। परंतु 2 दुकानदारों द्वारा किराए का भुगतान नहीं करने पर सम्बंधित दुकानों को सील कर अपने कब्जे में लिया गया। इसके पश्चात प्रवर्तन दल महाराणा प्रताप चैक स्थित 5 दुकानों को सील करने पहुंचा। निगम की सख्ताई व सीलिंग से बचने के लिए सभी सम्बंधित दुकानदारों द्वारा चैक के माध्यम से किराए का भुगतान किया गया, जिसके पश्चात उनकी दुकानों को सील नहीं किया गया।
सभी किराया डिफाल्टर दुकानों पर जल्द होगी कार्रवाई- संयुक्त आयुक्त ने बताया कि इसके अतिरिक्त नगर निगम अन्य सभी डिफाल्टर दुकानदारों पर भी जल्द कार्रवाई करने जा रहा है। इसके लिए दुकानों सूची तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा निगम की ओर से 153 दुकानों को प्रथम नोटिस, 141 को द्वितीय तथा 68 को तृतीय नोटिस जारी किया गया था। इनमें से कुछ दुकानदारों ने आंशिक व पूर्ण भुगतान कर दिया है।
संयुक्त आयुक्त ने बताया कि सीलिंग की कार्रवाई पूरी तरह से शांतिपूर्ण रही। उन्होंने बताया कि डिफाल्टर किराएदारों की दुकानो को सीलिंग व कब्जे में लेने की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी। उन्होंने आंशिक भुगतान करने वाले किराएदारों से अपील की है कि वह अपने शेष भुगतान को निगम कार्यालय में जल्द जमा करवाएं। उन्होंने डिफाल्टर किराएदारों को चेतावनी देते कहा कि अभी भी समय है, वह अपने बकाया रेंट को नगर निगम के खजाने में जमा करवा दें, अन्यथा दुकान अवश्य सील की जाएगी।