आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कमजोरी की बजाए बनाएं अपनी ताकत : आदित्य कांत
हिंदी पत्रकारिता निरंतर अपनी अलग पहचान बना रही है-योगेश नारायण दीक्षित
राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर प्रेस क्लब कुरुक्षेत्र व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सयुंक्त तत्वावधान में गोष्ठी आयोजित
एआई का प्रभाव बढऩे से हमें डर में नहीं जीना-अनुपमा सिंह
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने पत्रकारों को फूलमाला पहनाकर किया स्वागत
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर प्रेस क्लब कुरुक्षेत्र व कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में कुवि स्थित सीनेट हॉल में गोष्ठी का आयोजन किया गया। कुवि के कुलसचिव प्रो संजीव शर्मा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पहुंचे। वहीं द स्टेटसमेन के सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर आदित्य कांत और अमर उजाला रोहतक के संपादक योगेश नारायण बतौर मुख्य वक्ता पहुंचे। सोनी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री मुम्बई से जुड़ी एंकर अनुपमा सिंह और वरिष्ठ पत्रकार विजय सभ्रवाल विशेष रूप से पहुंचे। यहां पहुंचने पर संस्थान निदेशिका प्रो. बिंदु शर्मा, प्रेस क्लब कुरुक्षेत्र के अध्यक्ष रामपाल शर्मा व चेयरमैन राजेश शांडिल्य ने पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान पत्रकारिता के 50 वर्ष पूरे करने पर वरिष्ठ पत्रकार विजय सभ्रवाल को प्रेस क्लब कुरुक्षेत्र की ओर से स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। इसी के साथ साथ सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए गए।
कुलसचिव संजीव शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता की भूमिका हमेशा प्रभावी रहेगी। उन्होंने सही सटीक सूचना की पहचान करने में लाइब्रेरी साइंस के विज्ञान की भूमिका से अवगत कराया। उन्होने कहा कि समय के साथ साथ पत्रकारिता में भी बदलाव आया है। भारत युवाओं का देश है और हर युवा के हाथ में एंड्रायड फोन है। ऐसे में हर खबर डिजिटल रूप से साथ की साथ पहुंच जाती है। द स्टेटसमेन के सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर आदित्य कांत ने कहा कि डिजिटल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने पत्रकारिता को चुनौतियाँ दी है, लेकिन हमें आतंकित नहीं होना है। इन चुनौतियों से हमे पार पाना है और सही दिशा में पत्रकारिता करनी है। पत्रकारिता के भविष्य को लेकर भी नेगेटिव सोच नहीं बनानी। अच्छी पत्रकारिता हर युग में हुई है और आगे भी होगी। संस्थान निदेशिका प्रो बिंदु शर्मा ने डिजिटल युग में पत्रकारिता की चुनौतियों की रूपरेखा प्रस्तुत की।
अमर उजाला रोहतक के संपादक योगेश नारायण दीक्षित ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता निरंतर अपनी अलग पहचान बना रही है। डिजिटल युग में जब उपयोगी सूचना बढ़ी तो हानिकारक सूचनाओं का प्रवाह भी बढ़ा। पर सूचनाओं को छान छानकर देने की व्यवस्था का पालन करने वाले अखबारों ने पाठकों का भरोसा जीता कि उन्हें पुष्ट सूचना मिलेगी। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री मुम्बई से जुड़ी एंकर अनुपमा ने कहा एआई का प्रभाव बढऩे से हमें डर में नहीं जीना। हमें सिर्फ इतना ध्यान रखना है कि हम पाठकों के उपयोग की नई नई सामग्री देकर अपनी जगह बनाए। एआई मानव प्रतिभा की असीम परिधि से आगे नहीं निकल पाएगा। वरिष्ठ पत्रकार विजय सभ्रवाल ने कहा की व्यापारीकरण ने पत्रकारिता का स्वरुप बदला है। पर हर दौर में पत्रकारिता थोड़ा या बहुत ठोस विचार के लिए जगह निकाल लेती है। इस अवसर पर प्रेस क्लब कुरुक्षेत्र के प्रधान रामपाल शर्मा ने आभार जताया। प्रेस क्लब के चेयरमेन राजेश शांडिल्य, महासचिव देवीलाल बारना, विकास बतान, अशोक यादव, बाबू राम तुषार,डा.प्रदीप गोयल,चंद्रमणि अत्री, कमल सैनी, सुखबीर, नवोदित सहित अन्य उपस्थित थे।