अब 12 राजनीतिक संगठनों का किसान आंदोलन को मिल चुका है समर्थन
राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन जारी,450 किसान संगठन डटे हैं मोर्चे पर
न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली,6 दिसंबर।तीन कृषि कानूनों के विरोध में 8 दिसंबर को भारत बंद की घोषणा के बीच रविवार को शिवसेना मे भी समर्थन एेलान कर दिया। इसी के साथ अब आंदोलन को 12 राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त हो चुका है। तीन कृषि कानूनों के विरोध में राजधानी दिल्ली में मोर्चे पर डटे 450 से ज्यादा किसान संगठनों का आंदोलन जारी है। अभी तक केंद्र सरकार के मंत्री प्रतिनिधियों से हुई बैठक में किसानों की मांगों पर विचार चल रहा है।
दावा कियाजा रहा है कि किसानों की मांगों का हल करने के लिये सरकार रास्ता निकाल रही है। इससे इतर अब तक की बैठकों में हुई चर्चा से किसान असंतुष्ट हैं और मोर्चे पर डटे हैं। इसकी वजह से केंद्र सरकार की मैराथन जारी है। दिल्ली में प्रचंड सर्दी के बीच किसान भारी संख्या में दिल्ली सहित राजधानी की सीमाओं पर मोर्चे लगाकर बैठे हैं। हालांकि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ा भारतीय किसान संघ इस बंद से अभी दूरी बनाए हुए हैं।
वहीं शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की है कि पिछले 11 दिनों से दिल्ली के बार्डर पर मोर्चे पर डटे किसानों की मांगों का शिवसेना समर्थन करती है और तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के साथ शिवसेना ने भारत बंद का भी समर्थन किया है। काबिलेजिक्र है कि एक दिन पहले किसानों के मुद्दे को लेकर शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रेमसिंह चंदूमाजरा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिले थे। अभी तक किसानों को 11 राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त था। आज रात को शिवसेना के समर्थन की घोषणा के बाद किसान आंदोलन को और मजदूती मिलेगी।