न्यूज डेक्स संवाददाता
रोहतक। हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेंद्र दिनोद, महासचिव सुमेर सिवाच,राज्य उप महासचिव पवन शर्मा, नविन राणा, राज्य उप प्रधान जयकुंवार दहिया एवं राज्य कार्यालय सचिव सतबीर मुंडाल द्वारा मुख्यालय से प्रेस बयान जारी करते हुए मीडिया के साथियों को बताया की कर्मचारियों की लम्बित मांगों को लेकर हरियाणा सरकार की वादाखिलाफी के विरुद्ध हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने 26 नवम्बर 2023 को करनाल में मुख्यमंत्री आवास के घेराव व प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया था। इसकी तैयारी में अनेकों डिपुओं में गेट मीटिंग भी की जा चुकी है।
तमाम गेट मीटिंग के दौरान करनाल, कुरुक्षेत्र व यमुनानगर आदि डिपुओं के साथियों की तरफ से सुझाव आया कि 26 नवम्बर को कपाल मोचन मेले के कारण काफी डिपुओं से कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई हैं और रोडवेज कर्मचारी जनता को होने वाली परेशानी को अच्छी प्रकार समझते है, वही करनाल मुख्यमंत्री आवास घेराव में कर्मचारियों की संख्या कम आने की सम्भावना है। इसके अलावा 26 से 28 नवम्बर तक पंचकूला में संयुक्त किसान मोर्चा का सामुहिक पड़ाव है। किसान मोर्चा पड़ाव व आंदोलन का कर्मचारी संगठनों व ट्रेड यूनियनों द्वारा समर्थन किया भी करने का एलान किया हुआ है वही केंद्र एवं हरियाणा सरकार की नीतियों के खिलाफ हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने भी किसान , मजदूर, कर्मचारियों के सामुहिक आंदोलन व पड़ाव का समर्थन किया है।
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के सदस्यों ने आपसी विचार विमर्श के बाद कपाल मोचन मेला व किसान आंदोलन को देखते हुए करनाल में मुख्यमंत्री आवास घेराव 26 नवम्बर की बजाय 10 दिसम्बर 2023 को करने का निर्णय लिया है।जिससे हरियाणा सरकार द्वारा हाल ही में लिए गए 265 रूटों पर दिऐ जाने वाले परमिटों एवं 500 जो नई किलोमीटर स्कीम की बसों पर रोक लगाकर हरियाणा रोडवेज मे 14000 बसों को शामिल करे जिससे हरियाणा सहित देश भर की जनता को बढ़िया एवं सुरक्षित परिवहन सेवा दी जा सके,कौशल रोजगार बंद कर पक्के रोजगार की स्थाई नीति बनाई जाए,कर्मचारियों के अर्जित अवकाश में करी गई कटौती का निर्णय वापिस लिया जाए आदि।सभी डिपो व सब डिपो साथी 10 दिसम्बर को करनाल आने के लिए प्रत्येक डिपो एवं सब डिपो में कर्मचारियों से मिलते हुए गेट मींटिग कर प्राइवेट बसों को बुक करनें पर विचार विमर्श कीया गया, ताकि ज्यादा से ज्यादा कर्मचारियों की प्रदर्शन में हिस्सेदारी हो सके।