न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। सैक्टर-13 स्थित श्री महेश्वर हनुमान मंदिर परिसर में भगवान श्रीकृष्ण के प्रिय एवं पवित्र मार्गशीर्ष माह के उपलक्ष्य में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में कथाव्यास साध्वी विभानंद सरस्वती (भिवानी) ने गौवर्धन पूजा प्रसंग विस्तार से सुनाया। इस दौरान कथा के मुख्य यजमान सुलेख चंद गुप्ता परिवार ने भागवत पूजन किया। कथा में गौवर्धन पर्वत की कृत्रिम आकृति झांकी के माध्यम से दर्शाई गई। भगवान श्री कृष्ण को 56 भोग लगाए गए। प्रवचनों में कथाव्यास ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने पृथ्वी पर धर्म और सत्य की पुन: स्थापना हेतु द्वापर युग में अवतार लिया।

इसी उद्देश्य को पूरा करते हुए उन्होने बाल्य अवस्था में ही कालीय नाग का मर्दन करके यमुना जी को पवित्र किया, पूतना एवं बकासुर आदि मायावी शक्तियों का अंत किया। बृज भूमि में आतंक के पर्यायी कंस मामा का वध करके अपने माता-पिता देवकी-वसुदेव और नाना महाराज उग्रसेन को कारागार से मुक्त कराया। गौवर्धन पूजा में प्रकृति की पूजा का उल्लेख किया गया। गायकों द्वारा सुनाए गए भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। भागवत आरती में श्री महेश्वर हनुमान मंदिर सभा के प्रधान ओम प्रकाश खुराना,संत लाल बाटला,रामकृष्ण गोस्वामी,रामधन गुप्ता,प्रमोद कुमार,विनोद गुप्ता,राकेश गुप्ता,आशीष,अंकुर,वेद प्रकाश गुप्ता,रमा खुराना,मंजू गोस्वामी,नविता और पारुल सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहीं।