न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। सैक्टर-13 स्थित श्री महेश्वर हनुमान मंदिर परिसर में भगवान श्रीकृष्ण के प्रिय एवं पवित्र मार्गशीर्ष माह के उपलक्ष्य में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में कथाव्यास साध्वी विभानंद सरस्वती (भिवानी) ने श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह प्रसंग विस्तार से सुनाया। कथा के मुख्य यजमान सुलेख चंद गुप्ता परिवार ने भागवत पूजन किया। प्रवचनों में कथाव्यास साध्वी विभानंद सरस्वती (भिवानी) ने कहा कि जो लोग भगवान की निर्भरता का नाम लेकर हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना,सोना अथवा आराम में लगे रहना चाहते हैं, वे अपने आप को धोखा देते हैं। भगवान की निर्भरता में भक्त का जीवन सर्वदा और सर्वथा भगवत सेवा परायण बन जाता हैं।इस मौके पर श्री कृष्ण रुकमणी की आकर्षक झांकी दिखाई गई। गायकों द्वारा सुनाए गए भजन आओ मेरी सखियों मुझे मेंहदी लगा दो, मुझे श्याम सुंदर की दुल्हन बना दो और दूल्हा बने हैं नंदलाल की जोड़ी का जवाब नहीं…पर श्रद्धालु झूम उठे। भागवत आरती में श्री महेश्वर हनुमान मंदिर सभा के प्रधान ओम प्रकाश खुराना,संत लाल बाटला,रामकृष्ण गोस्वामी,रामधन गुप्ता,इंजि.सी.पी.गुप्ता,सतपाल सेठी,सुभाष शास्त्री,रामसरण अग्रवाल,प्रमोद कुमार,विनोद गुप्ता,राकेश गुप्ता,आशीष,अंकुर,वेद प्रकाश गुप्ता,रमा खुराना,मंजू गोस्वामी,नविता और पारुल सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहीं।