धूपरसर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष ने किया चारपाई कार्यशाला का अवलोकन
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र: विरासत उत्तर भारत की लोककला के संरक्षण का केन्द्र बनेगा, विरासत जिस प्रकार चारपाई कला को संरक्षित कर युवा पीढ़ी से जोडऩे का काम कर रहा है, उसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे। चारपाई के साथ-साथ उत्तर भारत की अनेक लोककलाओं को विरासत संरक्षित कर एक ऐसे केन्द्र के रूप में उभरेगा जिसकी अपनी अलग पहचान बनेगी। यह उद्गार सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजीव कुमार धूपर ने हरियाणा के कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग द्वारा आयोजित विरासत में चल रही पांच दिवसीय चारपाई बुणाई कार्यशाला का अवलोकन करने के पश्चात कहे।
उन्होंने कहा कि चारपाईयों के अलग-अलग आकार एवं प्रकार के साथ विभिन्न प्रकार के डिज़ाईनों की डॉक्यूमेंटेशन विरासत में की जा रही है वह वास्तव में लोककला का खजाना है। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपनी पुरातन संस्कृति से रूबरू होना चाहिए और लोक पारंपरिक काम-धन्धों के प्रति जागरूकता दिखानी चाहिए। पीढ़ी दर पीढ़ी संस्कृति का स्थानान्तरण ही भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। धूपर ने कहा कि भारतीय पुरातन संस्कृति विविधताओं का खजाना है। विरासत हेरिटेज विलेज इस खजाने को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इससे पूर्व विरासत में चारपाई कार्यशाला के संयोजक डॉ. महासिंह पूनिया ने सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पगड़ी के साथ स्वागत करते हुए विरासत की भावी योजनाओं के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर उन्होंने चारपाईयों से जुड़ी हुई बुणाई कला के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस मौके पर सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव राणा, स्थानीय प्रबंधक श्री आर एस दहिया सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।