आज की शाम जोबन सन्धु के लोकप्रिय पंजाबी गीतों के रही नाम
न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़। 13वें कलाग्राम शिल्प मेले में हर रोज खूब रौनक देखने को मिल रही है। शुक्रवार को मेले में सुबह के सत्र में पहली प्रस्तुति लद्दाख के लोकनृत्य बाल्टी से हुई। इसके बाद पश्चिम बंगाल के कलाकारों द्वारा राईबेंसे, जम्मू-कश्मीर का गीतरु, उत्तराखंड के कलाकारों की ओर से छपेली, त्रिपुरा का लोक नृत्य होजागिरी, मणिपुर का लाई हरोबा और थांगटा की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद शाम 4 बजे के सत्र में हरियाणा के कलाकार राकेश गांगुली और उनकी टीम की ओर से रागनी, दादरा एवं नगर हवेली के कलाकारों की ओर से माछी नृत्य, जम्मू-कश्मीर के कलाकारों द्वारा धमाली, हरियाणा के कलाकारों की ओर से घूमर, हिमाचल प्रदेश के कलाकारों की ओर से सिरमौरी नाटी, मिजोरम का लोक नृत्य चिरो, मेघालय का लोक नृत्य वांगला, उत्तर प्रदेश का लोक नृत्य मयूर और पंजाब का लोकनृत्य भांगड़ा की प्रस्तुति हुई।
बच्चों के लिए भी खास आकर्षण
दिन के अन्य मुख्य आकर्षण एक विशेष प्रश्नोत्तरी सत्र था, जिसमें ट्राइसिटी के विभिन्न स्कूलों के 600 से अधिक छात्रों ने भाग लिया, जो स्कूली बच्चों और अन्य लोगों के लिए प्रतिदिन आयोजित किया जा रहा था। सुलेख, क्ले मॉडलिंग और पेपर कटिंग आदि में एक कार्यशाला-सह-डेमो प्रतियोगिता प्रतिदिन आयोजित की जाती है। जिसमे बच्चे खूब रुचि दिखा रहे हैं।
आज (शनिवार) को होने वाले कार्यक्रमों की सूची
शनिवार को सुबह के सत्र में कार्यक्रम की शुरुआत जम्मू कश्मीर के कलाकार लोक नृत्य धमाली की प्रस्तुति के साथ धमाल मचाएंगे। इसके बाद दादरा एवं नगर हवेली के कलाकारों की ओर से मच्छी, हिमाचल प्रदेश के कलाकारों की ओर से सिरमौर नट्टी की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके बाद उत्तर प्रदेश का लोक नृत्य मयूर, पंजाबी फॉक ऑर्केस्ट्रा की ओर से लोक गायन और मालवाई गिद्दा प्रस्तुत किया जाएगा।
शाम के सत्र के कार्यक्रम:
दोपहर में 3.30 बजे से प्रसिद्ध पंजाबी गायिका मंजीत निक्की और हरदिल खाब द्वारा पंजाबी और हिंदी गीतों की शानदार प्रस्तुति होगी ।वहीं शाम के सत्र की शुरुआत लद्दाख के लोकनृत्य बाल्टी से होगी। इसके बाद जम्मू-कश्मीर के कलाकारों की ओर से डोगरी,वेस्ट बंगाल के कलाकारों द्वारा राई बेंस, मेघालय के कलाकारों द्वारा वांगला, त्रिपुरा के कलाकारों द्वारा होजागिरी और पंजाब के कलाकारों द्वारा भांगड़ा की प्रस्तुति होगी।वहीं म्यूजिकल नाइट में मशहूर पंजाबी सिंगर गुरलेज अख्तर और कुलविंदर केली की प्रस्तुति होगी।
बेबो दे उलामे, मुलाजेदारियां पर खूब थिरके चंडीगढ़वासी
जोबन सन्धु की बचपन से ही संगीत-गीत में रुचि रही है। वर्ष 2015 में जट्ट महकमा गीत से गायकी के क्षेत्र में कदम रखा। इसके बाद बेबो दे उलामे, मुलाजेदारियां समेत कई गीत खूब पसंद किए गए।उन्हें बेस्ट न्यू आर्टिस्ट का अवार्ड भी मिला।उनका कहना है कि गीतों के माध्यम से देश विदेश में पंजाबी लोक गीतों को पहुंचाने का मौका मिल रहा है , यह मेरा सौभाग्य है।