गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद व केयूके वीसी प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने सांध्यकालीन महाआरती में की शिरकत
मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
कलाकार विक्रम सिरोहीवाल ने प्रस्तुत की भजन संध्या
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि पवित्र ग्रंथ पूरी दुनिया को अध्यात्म और दार्शनिक तरीके से देखना-समझना सिखाता है, जिंदगी को जीना सिखाता है। हम अपने जीवन और उसके उदेश्यों को लेकर कई तरह के प्रश्नों से जूझते रहते है, लेकिन यह पवित्र ग्रंथ हमें हर प्रश्नों का जवाब बहुत अच्छे तरीके से देता है। यह ज्ञान हर मनुष्य के लिए जरूरी है। पवित्र ग्रंथ गीता में कहा गया है कि चिंता चिता के सम्मान है।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 में पुरुषोत्तमपुरा बाग में शुक्रवार को गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, कुलसचिव डा. संजीव शर्मा, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, केडीबी सदस्य कैप्टन अमरजीत सिंह, अशोक रोशा, डा. ऋषिपाल मथाना, सेवानिवृत डीआईपीआरओ देवराज सिरोहीवाल सहित अन्य गणमान्य लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर ब्रहमसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रुप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया। इस दौरान प्रसिद्ध कलाकार विक्रम सिरोहीवाल ने भजन संध्या प्रस्तुत करके ब्रहमसरोवर की फिजां को भक्तिमय कर दिया।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता विश्व का एक महान ग्रंथ है। इस ग्रंथ में कहे गए एक-एक श्लोक में मानवता के लिए कुछ ना कुछ है। इसलिए अपने जीवन को सफल बनाने और सही मार्गदर्शन के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों को धारण करना चाहिए। इस ग्रंथ के प्रत्येक श्लोक को स्मरण करने से मन को अध्यात्मिक शांति का अनुभव होता। आज के समय में तनाव के कारण तरह-तरह की बीमारियां से मनुष्य ग्रस्त हो रहा है। ऐसे में पवित्र ग्रंथ गीता का ज्ञान बड़ा ही फायदेमंद है। विश्व में गीता की पूजा हो रही है। भगवान श्री कृष्ण ने गीता का जो संदेश दिया था, गीता के उस सार को सभी को अपने जीवन में अपनाने की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि गीता ज्ञान संस्थानम पवित्र ग्रंथ गीता को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहा है। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर अमीर सिंह, हरविंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, जगतप्रीत सिंह, डीपी सिंह, जसबीर सिंह, रत्न सिंह, सुखदेव सिंह, करनैल सिंह, इंद्रजीत सिंह, एमएम सिंह, रघुबीर सिंह, रघुबीर शाह सिंह, कुलवंत सिंह, हरभजन सिंह, नारायण सिंह, चरणजीत सिंह, रविंद्र सिंह, राजपाल सिंह, रुपिंद्र सिंह, रविंद्र सिंह, मेवा सिंह, अमरजीत सिंह, सोहन सिंह, कुलदीप सिंह, हरचरण सिंह, मनप्रीत सिंह आदि सिख समाज के गणमान्य लोग उपस्थित थे।