न्यूज डेक्स संवाददाता
जगाधरी। “अर्थशास्त्र के जनक (पिता) चाणक्य (कौटिल्य) एवं गीता-आधारित नीडोनॉमिक्स के सिद्धांत के बीच समानताएं समझें और विकसित भारत के लिए अपनाएं “I ये शब्द प्रो. मदन मोहन गोयल पूर्व कुलपति जिन्हें नीडोनोमिक्स स्कूल ऑफ थॉट के प्रवर्तक के रूप में जाना जाता है जो अर्थशास्त्र विभाग कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए हैं द्वारा हुड्डा 17 स्थित स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल में पत्रिका “चाणक्य टाइम्स 2” के विमोचन के समय कहे । वे आज स्वामी विवेकानन्द पब्लिक स्कूल जगाधरी द्वारा प्रकाशित वार्षिक पत्रिका “चाणक्य टाइम्स 2” के विमोचन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल थे। इस अवसर पर स्कूल के प्रिंसिपल तापोश भट्टाचार्य ने स्वागत भाषण दिया और प्रो. एम.एम. गोयल की उपलब्धियों पर एक प्रशस्ति पत्र प्रस्तुत किया। स्कूल प्रेसिडेंट संजय कांबोज, डायरेक्टर डॉ अनीता कांबोज एवं विपुल कांबोज ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
प्रो. गोयल ने बताया कि जिस प्रकार मधुमक्खी अपने अस्तित्व हेतु पर्याप्त शहद इकट्ठा करती है लेकिन इतना भी नहीं कि नष्ट कर सके, उसी तरह आर्थिक प्रथाओं को भी समाज को जिम्मेदारी से प्रबंधित करने के सिद्धांतों के अनुरूप होना चाहिए। प्रो. गोयल ने समझाया कि छात्रों को नीडोनॉमिक्स के सिद्धांत को नीडो-कंजम्पशन, नीडो-सेविंग, नीडो -प्रोडक्शन, नीडो-इन्वेस्टमेंट, नीडो-डिस्ट्रीब्यूशन, परोपकारिता, नीडो-ट्रेड सहित अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर आउट-ऑफ़-द-बॉक्स समाधान सोचना चाहिए ताकि लोगों की नीडो-वेल्थ, नीडो-हेल्थ और नीडो-हैप्पीनेस सुनिश्चित की जा सकेI
प्रो. गोयल ने बताया कि हमें सामान्य ज्ञान दृष्टिकोण के रूप में नीडोनोमिक्स के साथ स्ट्रीट स्मार्ट (सरल, नैतिक, कार्य-उन्मुख, उत्तरदायी और पारदर्शी) बनना चाहिए। स्कूल डायरेक्टर अनीता कांबोज ने”चाणक्य टाइम्स 2″ के प्रकाशन के लिए कॉमर्स हेड विजय कौशिक, इकोनॉमिक्स हेड कपिल बत्रा और अकादमिक हेड अंजलि शर्मा का धन्यवाद किया जिनके मार्गदर्शन में यह पत्रिका प्रकाशित हुई है।