महाभारत से पहले पांडवों ने भगवान श्री कृष्ण के साथ यहां पूजा के बाद लिया था विजयश्री का वर
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सोनल शाह ने पूजा साथ मांगी थी मन्नत,बाद में चढ़ाए थे घोड़े
भव्य रुप में सजाया जा रहा है शक्तिपीठ,गृहमंत्री के आगमन से पहले सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। माँ भद्रकाली शक्तिपीठ में यह पहला मौका होगा,जब देश के गृहमंत्री शीश नवाने यहां पहुंचेंगे । हालांकि इससे पहले देश के गृह राज्य मंत्री आईडी स्वामी यहां पूजा अर्चना कर चुके हैं। उल्लेखनीय है कि भद्रकाली शक्तिपीठ का वर्णन धर्मग्रंथों में इसलिए भी मिलता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध से पहले पांडवों को विजयश्री का आशीर्वाद दिलाने के लिए यहां विशेष पूजा कराई थी और विजय प्राप्ति के बाद मां भगवती के चरणों में घोड़े अर्पित कराए थे। वर्तमान में भारतीय राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह यहां तीन राज्यों में हुई जीत के बाद घोड़े अर्पित करेंगे ।
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले उनकी धर्मपत्नी सोनल शाह ने भी यहां पूजा अर्चना की थी । 2014 से गृहमंत्री की धर्मपत्नी पांच बार शक्तिपीठ में विशेष पूजा कर चुकीं हैं । वर्ष 2023 की शुरुआत भी श्रीमती सोनल शाह जी ने मां भद्रकाली जी के दर्शनों से की थी व वर्ष के अंतिम माह में भी शुक्रवार को वह गृहमंत्री के साथ छठी बार शक्तिपीठ में पहुंचेंगी । श्री देवीकूप भद्रकाली मंदिर पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा ने गृहमंत्री के आगमन की पुष्टि करते हुए बताया है कि शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में शामिल होने से पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अपनी धर्मपत्नी सोनल शाह के साथ यहां चांदी के घोड़े अर्पित करेंगे और देवीकूप के पूजन अर्चन और परिक्रमा के उपरांत मां भद्रकाली के दिव्य दरबार में माथा टेंकेंगे। वीरवार को जिला प्रशासन द्वारा इसकी पुष्टि किए जाने के बाद शक्तिपीठ परिसर में सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया है।
इधर गृहमंत्री के आगमन से पूर्व शक्तिपीठ को भव्यरूप में सजाया जा रहा है। गौरतलब है कि जिस प्रकार कुरुक्षेत्र की नगरदेवी मां भद्रकाली जी है, इसी प्रकार अहमदाबाद गुजरात की नगरदेवी भी भद्रकाली है । इससे पहले भारत के तीन राष्ट्रपति,कई राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री,चीफ जस्टिस,उच्च सैन्याधिकारी, प्रमुख राजनेताओं के अलावा अलग अलग क्षेत्रों की बड़ी विभूतियां एवं मारीशस के राष्ट्रनायक कुरुक्षेत्र के भद्रकाली शक्तिपीठ में पूजा अर्चना कर चुके हैं। हरियाणा व भारत के विभिन्न राज्यों के अलावा तिब्बत (चीन), नेपाल, भूटान, श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान इत्यादि में शक्तिपीठ विराजमान हैं।
इन जगहों पर हैं शक्तिपीठ
1. मणिकर्णिका घाट, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
2. माता ललिता देवी शक्तिपीठ, प्रयागराज
3. रामगिरी, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश
4. वृंदावन में उमा शक्तिपीठ (कात्यायनी शक्तिपीठ)
5. देवी पाटन मंदिर, बलरामपुर
6. हरसिद्धि देवी शक्तिपीठ, मध्य प्रदेश
7. शोणदेव नर्मता शक्तिपीठ, अमरकंटक, मध्यप्रदेश
8. नैना देवी मंदिर, बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
9. ज्वाला जी शक्तिपीठ, कांगड़ा, हिमाचल
10. त्रिपुरमालिनी माता शक्तिपीठ,जालंधर, पंजाब
11. महामाया शक्तिपीठ, अमरनाथ के पहलगांव, कश्मीर
12. माता सावित्री का शक्तिपीठ (श्रीदेवीकूप भद्रकाली मंदिर), कुरुक्षेत्र, हरियाणा
13. मां भद्रकाली देवीकूप मंदिर, कुरुक्षेत्र,हरियाणा
14. मणिबंध शक्तिपीठ, अजमेर के पुष्कर में
15 .बिरात, मां अंबिका का शक्तिपीठ राजस्थान
16. अंबाजी मंदिर शक्तिपीठ- गुजरात
17. मां चंद्रभागा शक्तिपीठ, जूनागढ़, गुजरात
18. माता के भ्रामरी स्वरूप का शक्तिपीठ, महाराष्ट्र
19. माताबाढ़ी पर्वत शिखर शक्तिपीठ, त्रिपुरा
20.देवी कपालिनी का मंदिर, पूर्व मेदिनीपुर जिला, पश्चिम बंगाल
21. माता देवी कुमारी शक्तिपीठ, रत्नावली, बंगाल
22- माता विमला का शक्तिपीठ, मुर्शीदाबाद, बंगाल
23- भ्रामरी देवी शक्तिपीठ जलपाइगुड़ी, बंगाल
24. बहुला देवी शक्तिपीठ- वर्धमान, बंगाल
25. मंगल चंद्रिका माता शक्तिपीठ, वर्धमान, बंगाल
26. मां महिषमर्दिनी का शक्तिपीठ, वक्रेश्वर, पश्चिम बंगाल
27. नलहाटी शक्तिपीठ, बीरभूम, बंगाल
28. फुल्लारा देवी शक्तिपीठ, अट्टहास, पश्चिम बंगाल
29. नंदीपुर शक्तिपीठ, पश्चिम बंगाल
30. युगाधा शक्तिपीठ- वर्धमान, बंगाल
31. कलिका देवी शक्तिपीठ, बंगाल
32. कांची देवगर्भ शक्तिपीठ, कांची, पश्चिम बंगाल
33. भद्रकाली शक्तिपीठ, तमिलनाडु
34. शुचि शक्तिपीठ, कन्याकुमारी, तमिलनाडु
35. विमला देवी शक्तिपीठ, उत्कल, उड़ीसा
36. सर्वशैल रामहेंद्री शक्तिपीठ, आंध्र प्रदेश
37. श्रीशैलम शक्तिपीठ, कुर्नूर, आंध्र प्रदेश
38. कर्नाट शक्तिपीठ, कर्नाटक
39. कामाख्या शक्तपीठ, गुवाहाटी, असम
40. मिथिला शक्तिपीठ, – भारत नेपाल सीमा
41. चट्टल भवानी शक्तिपीठ, बांग्लादेश
42. सुगंधा शक्तिपीठ, बांग्लादेश
43. जयंती शक्तिपीठ, बांग्लादेश
44. श्रीशैल महालक्ष्मी, बांग्लादेश
45. यशोरेश्वरी माता शक्तिपीठ, बांग्लादेश
46. इन्द्राक्षी शक्तिपीठ, श्रीलंका
47. गुहेश्वरी शक्तिपीठ, नेपाल
48. आद्या शक्तिपीठ, नेपाल
49.दंतकाली शक्तिपीठ- नेपाल
50. मनसा शक्तिपीठ,तिब्बत
51. हिंगुला शक्तिपीठ-पाकिस्तान