केडीबी कोविड के नाम पर कुठाराघात कर रहा है सनातन व तीर्थ परंपराओं पर : जयनारायण शर्मा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 13 दिसंबर। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा सोमावती अमावस्या के अवसर पर 14 दिसंबर व चौदस के दिन 13 दिसंबर को कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर तथा पिहोवा के सरस्वती तीर्थ पर श्रद्धालुओं के आने पर प्रतिबंध लगाने की श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा ने कड़ी आलोचना की है। सभा की कार्यकारिणी ने प्रस्ताव पारित करके आरोप लगाया है कि कुरुक्षेत्र विकास बोडऱ् कोविड़-19 के नाम पर सनातन धर्म व तीर्थ परंपरा को ठेस पहुंचा रहा है। तीर्थोद्धार सभा इसे किसी भी सूरत में सहन नही करेगी। सभा के प्रधान प. पवन शास्त्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव पास करके कुरुक्षेत्र विकास बोडऱ् और जिला प्रशासन को भेजा गया है कि भविष्य में सनातन धर्म व तीर्थ परंपराओं पर इस प्रकार की पाबंदी लगाई गई तो सभा सनातन प्रेमियों व तीर्थ पुरोहितों के साथ मिलकर इस प्रकार के फैसलों का कड़ा विरोध जताएगी।
सभा के मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा तथा प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा ने सभा की बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए कहा कि केवल हरियाणा में ही सनातन धर्म की परंपराओं पर कोविड़-19 के नाम पर पाबंदी लगाई जा रही है। उन्होने कहा कि कुछ दिन पूर्व एक संप्रदाय के लोगों ने विशाल शोभा यात्रा निकाली, उस पर प्रशासन ने कोई पाबंदी नही लगाई। हरियाणा के बरोदा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हुआ तो सभी राजनैतिक दलों ने बडी-बडी चुनावी रैलियों की उस समय सरकार को कोविड-19 की गाईडलाईन याद नही आई। इतना ही नहीं बिहार विधानसभा के चुनाव में भी सभी दलों ने कोविड-19 की गाईडलाईन की अवहेलना करके विशाल चुनावी रैलियां आयोजित की गई।
उन्होने कहा कि क्या केवल सनातन धर्म प्रेमियों के लिए कोविड-19 की गाईडलाईन है। सोमावती अमावस्य को श्रद्धालुओं के आने पर पाबंदी न लगाकर प्रशासन को चाहिए था कि वह कोविड की गाईडलाईन जारी करने का आदेश जारी करता। जयनारायण शर्मा ने बताया कि इसी प्रकार कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड़ ने गीता जयंती महोत्सव को भी बहुत छोटा कर दिया है, जबकि गीता जयंती महोत्सव कुरुक्षेत्र की शान है और यह अतरराष्ट्रीय रूप धारण कर चुका है। जयनारायण शर्मा ने बताया कि सभा की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद के निर्देशानुसार सभा के सभी मंदिरों पर गीता जयंती पर 108-108 दीप प्रज्जवलित किए जाएंगें। इसी के साथ सभा ने सभी से अपील की है कि वे अपने-अपने घरों पर गीता जयंती के अवसर पर ृ18-18 दीप प्रज्जवलित करें।
जयनारायण शर्मा ने बताया कि ब्रह़्मसरोवर और सन्निहित के तट पर सभा के एक दर्जन से अधिक मंदिर हैं जिन पर दीप प्रज्जवलित किए जाएंगें। उन्होने जानकारी दी कि सभा ने रेणुका सदन धर्मशाला में धर्मार्थ आयुर्वेद डिस्पैंसरी प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है जिसमें आयुर्वेदिक चिकित्सक अपनी सेवाएं देंगें। प्रधान प. पवन शास्त्री की अध्यक्षता में वरदराज मंदिर में आयोजित इस बैठक में सभा के मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा, प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा, वरिष्ठ उपप्रधान श्याम सुुंदर तिवारी, उपप्रधान यशपाल शर्मा, कोषाध्यक्ष विजय शर्मा, पृथ्वीनाथ गौत्तम, चंद्रप्रकाश, कार्यकारिणी सदस्य जलेश शर्मा, यशेंद्र शर्मा, बृज मोहन भार्गव, मनु वत्स, मुकेश जोशी, राजेश्वर कौशिक व अजय शर्मा सहित अन्य सदस्यों ने भाग लिया।