25 दिसंबर को हरियाणा के सीएम व केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल और 24 दिसंबर सम्मेलन में रामदेव करेंगे शिरकत
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 15 दिसंबर। राज्यपाल की सचिव एवं केडीबी सदस्य सचिव जी अनुपमा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2020 के संग आनलाईल प्रणाली से ग्रामीण आंचल के लोगों के साथ-साथ विभिन्न देशों के लोगों को जोड़ा जाएगा। इस महोत्सव के अदभुत झरोखों को कुरुक्षेत्र सिटी ही नहीं ग्राम सचिवालयों, सीएससी सेंटरों में भी दिखाने की व्यवस्था की जा रही है। इतना ही नहीं अतंर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार के साथ 10 देशों ने अपनी सहमति कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के पास भिजवा दी है और केडीबी द्वारा तैयार की गई वेबसाईट के साथ भी 25 से ज्यादा देशों के लोग जुड़े हुए है। इसलिए कुरुक्षेत्र के इस महोत्सव को परम्परागत और आध्यात्मिक दृष्टि से जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है।
केडीबी सदस्य सचिव जी अनुपमा मंगलवार को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2020 को लेकर की गई तैयारियों पर पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। इससे पहले केडीबी के सीईओ अनुभव मेहता ने महोत्सव के शैडयूल, उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने प्रशासन द्वारा की व्यवस्थाओं, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने विदेशों में होने वाले कार्यक्रमों पर विस्तृत रुप से प्रकाश डाला। केडीबी की सदस्य सचिव जी अनुपमा ने कहा कि कुरुक्षेत्र का पूरी दुनिया में धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिï से एक अलग महत्व है और अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव जैसे धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमों से एक अच्छी वाईब्रेशन पूरी दुनिया तक पहुंचती है। इन तमाम पहलुओं को जहन में रखते हुए ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार कोरोना के फैलाव को रोकने और लोगों को इस वायरस से बचाने के उदेश्य व लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को जहन में रखते हुए तथा परम्परागत व रीति रिवाज को जारी रखने के लिए कुछ कार्यक्रमों को छोडक़र बाकी पिछले सालों की तरह अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के कार्यक्रमों का आयोजन 17 से 25 दिसम्बर तक किया जाएगा।
इन तमाम कार्यक्रमों को लोगों के घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था वर्चुअल, आनलाईन और सोशल मीडिया के माध्यम से की गई है। इस महोत्सव में गीता वैश्विक पाठ, दीपोत्सव, संत सम्मेलन मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। इस वर्ष पहली बार देश के 17 संस्कृत विश्विद्यालयों में कार्यक्रम होंगे और इन कार्यक्रमों से पूरे विश्व के लोगों को जोडऩे का प्रयास किया जाएगा। इन विश्वविद्यालयों में राष्टï्रीय स्तर पर श्लोकोच्चारण जैसी प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 21 दिसम्बर को ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में गीता यज्ञ और केयूके में अंतर्राष्टï्रीय गीता सैमिनार का आयोजन होगा। इस गीता यज्ञ के साथ महोत्सव का विधिवत रुप से शुभारम्भ होगा और इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य करेंगे जबकि मुख्यातिथि के रुप में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शिरकत करेंगे।
इसके साथ ही महोत्सव के समापन समारोह 25 दिसम्बर को दीपोत्सव कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री मनोहर लाल व मुख्यातिथि केन्द्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल होंगे, 24 दिसम्बर को संत सम्मेलन के कार्यक्रम के मुख्यातिथि योगाचार्य बाबा रामदेव होंगे। इसके साथ ही आनलाईन प्रणाली से 25 दिसम्बर को ही दोपहर 12 बजे वैश्विक गीता पाठ का आयोजन आनलाईन, वर्चुअल और सोशल मीडिया के माध्यम से किया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से 55 हजार और पूरे विश्व के लोगों को जोडऩे का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने श्रद्घालुओं व पर्यटकों से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 की दृष्टिï से आमजन की स्वास्थ्य सुरक्षा को जहन में रखते हुए कार्यक्रमों का आयोजन आनलाईन प्रणाली के माध्यम से किया जा रहा है। इसलिए लोग अपने घरों में रहकर ही आनलाईन प्रणाली से महोत्सव के कार्यक्रमों का आनंद ले। इस प्रकार की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई है।
राज्यपाल की सचिव ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की जानकारियों और कुरुक्षेत्र के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए 48 कोस के 134 तीर्थों पर प्रशासन की तरफ से विशेष एलईडी वैन भेजी जाएगी। इसके अलावा 48 कोस के तीर्थों के महत्व और इतिहास की जानकारी आमजन तक पहुंचाने के लिए पहली बार छोटीे-छोटी वीडियो की आईटी टीम द्वारा साईट पर अपलोड की जा रही है। इन वीडियो के जरिए आमजन को यह जानकारी मिलेगी की कुरुक्षेत्र का ऐतिहासिक महत्व है और यहां की एक अलग सांस्कृति विरासत है। उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2020 के सभी कार्यक्रमों का आयोजन आनलाईन प्रणाली के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। प्रशासन का प्रयास है कि पवित्र ग्रंथ गीता के संदेश शहर तक ही नहीं अपितु गांव-गांव और विदेशों तक भी पहुंचाया जाए।
इस वर्ष प्रशासन की तरफ से ग्राम सचिवालयों, सीएससी सेंटरों पर भी आनलाईन प्रणाली से कार्यक्रम दिखाने की व्यवस्था की गई है और स्मार्ट फोन के माध्यम से भी प्रत्येक व्यक्ति महोत्सव के कार्यक्रमों को देख सकेगा। उन्होंने कहा कि जेलों में भी महोत्सव के कार्यक्रमों को देखा जा सकेगा और प्रत्येक नागरिक को ब्रहमसरोवर या कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने की बजाए अपने घर में ही रहकर कार्यक्रमों को देखना चाहिए। प्रशासन की तरफ से महोत्सव को लेकर तमाम प्रबंध किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव 2020 में कोविड-19 की गाईडलाईंस की सख्ती से पालना की जाएगी। सभी कार्यक्रमों में निर्धारित संख्या से ज्यादा व्यक्तियों को शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी और सभी को सोशल डिस्टैंस, मास्क और सेनीटाईजर आदि का प्रयोग करना होगा। अंडर टे्रनिंग आईएएस अधिकारी वैशाली सिंह ने आईटी टीम द्वारा महोत्सव को लेकर पहली बार 48 कोस की सांस्कृतिक यात्रा, पौराणिक किस्से-कहानियों को तैयार किए जा रहे कार्यक्रमों पर विस्तृत प्रकाश डाला है।
केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की वेबसाईट और आनलाईन प्रतियोगिताओं के साथ 25 से ज्यादा देशों के लोग जुड़ चुके है। इसके अलावा लंदन, आस्ट्रेलिया मारीसिश में सैमिनारों का आयोजन किया जाएगा तथा केयूके में 21 से 23 दिसम्बर तक होने वाले गीता सैमिनार के साथ 10 देशों ने जुड़ने की सहमति दे दी है। इस महोत्सव के कार्यक्रमों का आनलाईन प्रणाली से ही आयोजन किया जाएगा। केडीबी के सीईओ अनुभव मेहता ने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2020 का आगाज विश्व प्रसिद्घ ब्रहमसरोवर के तट पर पुरुषोतमपुरा बाग में होने वाले गीता यज्ञ से होगा। इस गीता यज्ञ का आयोजन 21 दिसम्बर को सुबह 11 बजे किया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2020 के लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा जारी किए गए शैडयूल के अनुसार 17 दिसम्बर से 25 दिसम्बर तक रोजाना पुरषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर सायं 5 बजकर 30 मिनट पर आरती का आयोजन किया जाएगा और विधिवत रुप से 21 दिसम्बर से पुरुषोतमपुरा बाग में सुबह 11 बजे गीता यज्ञ से महोत्सव का शुभारम्भ होगा।
उन्होंने कहा कि 21 दिसम्बर को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के राधाकृष्ण सदन में अंतर्राष्ट्रीय गीता वेबीनार दोपहर 12 बजे शुरु होगा और यह वेबीनार 23 दिसम्बर तक चलेगा, 21 से 25 दिसंबर तक ज्योतिसर एवं सन्निहित सरोवर पर सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर रोजाना गीता पाठ का आयोजन होगा। इसके अलावा 3 से 12 दिसम्बर तक सुबह 10 बजे विद्यार्थियों के लिए गीता एवं महाभारत पर आधारित आनलाईन जिलास्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा और 15 से 20 दिसम्बर तक सुबह 10 बजे आनलाईन राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जन सामान्य के लिए भी 4 से 21 दिसम्बर तक गीता व महाभारत पर आधारित प्रश्नौतरी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, 24 दिसम्बर को दोपहर 2 बजे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के राधाकृष्ण सदन में संत सम्मेलन का आयोजन होगा।
उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के अंतिम दिन 25 दिसम्बर को दोपहर 12 बजे पुरुषोतमपुरा बाग से आनलाईन प्रणाली से वैश्विक गीता पाठ का आयोजन होगा और 25 दिसम्बर को ही सायं 6 बजे ब्रहमसरोवर एवं 48 कोस कुरुक्षेत्र के तीर्थों पर दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन होगा। इस मौके पर एडीसी महावीर सिंह, एसडीएम अखिल पिलानी, अंडर ट्रेनिंग आईएएस अधिकारी वैशाली सिंह, जिला परिषद के सीईओ अश्वनी मलिक, केडीबी के पूर्व सदस्य सौरव चौधरी, विजय नरुला सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।