कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के 7 विभाग मिलकर आयोजित कर रहे हैं विद्वानों का ऑनलाईन सम्मेलन
तकनीकी सत्रों में स्थाई अस्तित्व और श्रीमद्भगवद्गीता दर्शन से लेकर अध्यात्म पर होगी चर्चा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 15 दिसंबर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के उपलक्ष्य में 21 से 23 दिसम्बर तक स्थाई अस्तित्व और श्रीमद्भगवद्गीता दर्शन विषय पर 5वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का ऑनलाईन आयोजन किया जाएगा। 21 दिसम्बर को प्रातः 10.30 बजे 5वें ऑनलाईन अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन सत्र होगा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा की सरंक्षकता में होने वाले इस सम्मेलन में बड़ी संख्या में विशेष मेहमान, विद्वान व गीता मनीषी शामिल होंगे। इस कांफ्रेंस में होने वाले विभिन्न तकनीकी सत्रों में स्थाई अस्तित्व और श्रीमद्भगवद्गीता दर्शन विषय पर मंथन करेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की निदेशिका प्रो. मंजूला चौधरी ने बताया कि संगोष्ठी में होने वाले तकनीकी सत्रों में विश्व के विभिन्न देशों के साथ-साथ देश के अलग-अलग राज्यों से बड़ी संख्या में विद्वान ऑनलाईन भाग लेंगे व अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने बताया कि 21 दिसम्बर को इंस्ट्टियूट ऑफ संस्कृत एंड इंडोलोजिकल स्टडीज की ओर से गीता में मानव मूल्य एवं स्थायी अस्तित्व विषय पर सांय तीन बजे आयोजित होने वाले तकनीकी सत्र में गुरूकुल प्रभात आश्रम, मेरठ के स्वामी विवेकानंद सरस्वती अध्यक्षता करेंगे। महेन्द्रगढ़ केन्द्रीय विश्वविद्यालय दयानंद चेयर के प्रो. रणवीर सिंह मुख्य अतिथि होंगे तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आईआईएचएस के शिक्षक डॉ. राम चन्द्र मुख्य वक्ता होंगे।
इसी दिन सांयकालीन सत्र में इंस्ट्टियूट ऑफ संस्कृत एवं इंडोलॉजिकल स्टडीज द्वारा ह्यूमन वैल्यूस इन गीता एंड सस्टेनेबल एक्सिसटेंस विषय पर प्रथम तकनीकी सत्र तथा टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट विभाग की ओर से सस्टेनेबल एप्रोच टूवर्डस क्राईसिस एंड रिस्पोंस इन टूरिज़्म विषय पर दूसरा तकनीकी सत्र आयोजित किया जाएगा।