न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 16 दिसम्बर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूजीसी मानव संसाधन विकास केंद्र, द्वारा आयोजित ऑनलाइन “गुरु दक्षताःफैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम“ में भिन्न-भिन्न वक्ताओं द्वारा महत्वपूर्ण विषयों पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए गए। कार्यक्रम के प्रथम सत्र का आरंभ मुख्य वक्ता कुवि के मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर हरदीप लाल जोशी द्वारा किया गया । उनके व्याख्यान का मुख्य विषय युवाओं मे तनाव और उसके प्रबंधन रहा।
उन्होंने तनाव के नकारात्मक प्रभाव के बारे में बताया । तनाव को मैनेज करने के लिए टॉप थेरेपी, ब्रीदिंग टेक्निक, वर्कआउट और स्वनियंत्रण के बारे में बताया ।
दूसरे सत्र की मुख्य वक्ता कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूजीसी एचआरडीसी की निदेशिका प्रोफेसर मीरा वर्मा ने विकास को खुशी की समृद्धि कैसे बदलना जा सकता है, पर आधारित व्यवहारिक ज्ञान द्वारा समस्त प्रतिभागियों को लाभान्वित किया। उनके विषय का केंद्र बिंदु आर्थिक उन्नति, आर्थिक विकास, समृद्धि और खुशहाली था ।
दोपहर बाद के सत्र में डॉ. सुनीता सिंह द्वारा रिफ्लेक्शन ऑफ विजनगरी आइडियाज इन हायर एजुकेशन विषय पर वक्तव्य रखा । उन्होंने बताया कि गांधीजी, अरविंदो, स्वामी विवेकानंद, मदन मोहन मालवीय जैसे दार्शनिक रहे जो ब्रिटिश शिक्षा प्रणाली के अनुयायी नहीं थे, उन्होंने 19वीं सदी में ही आज की शिक्षा प्रणाली की नींव रख दी थी, जो उनकी दूरदर्शिता का प्रमाण था । परंतु आज की शिक्षा में हमें अच्छा रहन-सहन और ओहदा तो दे रही है किंतु आज की उच्च शिक्षा मे भारतीय संस्कृति, मानवीय मूल्य और शांति जैसे महत्वपूर्ण तत्वों का समावेश नहीं है।
उन्होंने बताया कि आज इसकी सख्त आवश्यकता है कि जो महान भारतीय दार्शनिको ने जिस तरह के शिक्षित समाज की कल्पना की थी, वह बनाने के लिए हम प्रयास करें। अंतिम सत्र में डॉ. सुचिस्मिता ने संगीत के माध्यम से राष्ट्रीयता के बारे में प्रतिभागियों को जागृत किया।
इस ऑनलाइन कार्यक्रम में डॉ. राजवीर सिंह( कार्यक्रम समन्वयक) एवं डॉ. आनंद कुमार (सह समन्वयक), प्रतिभागी वंदना, प्रवीण, समीर, विक्रम, कविता, ईन्दू, सीमा, वीणा, स्वाति, नीतू, अमित, प्रभजोत, सतबीर, दीपक, सोनिया, सुनैना, सुमन, निधि, राजकुमार आदि ने ऑनलाइन भाग लिया।