गोबर-धन प्रोजेक्ट के तहत गांव मथाना में लगाया जा रहा है प्लांट
सरकार की तरफ से पारित किया गया 90.95 लाख का बजट
प्रथम चरण में 100 घरों को दी जाएगी गैस की सप्लाई
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।शहर की तर्ज पर अब गांव मथाना में भी पाइप लाइन के जरिए रसोई गैस की सुविधा दी जाएगी। इस जिले में केवल पिपली ब्लॉक के गांव मथाना को ही इस प्रोजेक्ट के लिए चयनित किया गया। इस गांव में गोबर-धन योजना के तहत गैस प्लांट लगाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने अनुमानित 90 लाख 95 हजार का बजट भी पारित किया है। इस प्रोजेक्ट को मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है।
उपायुक्त शांतनु शर्मा ने आज यहां बातचीत करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के माध्यम से विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा गांव मथाना में गोबर-धन प्रोजेक्ट के तहत गैस प्लांट लगाने की योजना तैयार की गई। इस योजना को सरकार से अनुमति मिलने के बाद गैस प्लांट लगाने का कार्य शुरु कर दिया गया था। इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार द्वारा 90 लाख 95 हजार रुपए की राशि भी पारित की गई। इस प्रोजेक्ट के लिए फुल बजट में 50 लाख रुपए की राशि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत आवंटित की गई है। इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य मई 2023 में शुरू किया गया था और मार्च 2024 में गैस प्लांट की परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि गोबर-धन प्रोजेक्ट के तहत गांव के पशुधन तथा मथाना के पास स्थित गौशाला के गोबर का प्रयोग किया जाएगा। इस वेस्ट से गैस बनाने का कार्य किया जाएगा। इस गैस प्लांट के लिए विकास एवं पंचायत विभाग की तरफ से बनाई गई डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के तहत प्रथम चरण में 100 घरों को पाइप लाइन के जरिए गैस उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए विभाग द्वारा गैस पाइप लाइन भी बिछाई जाएगी। उन्होंने कहा कि डीपीआर के अनुसार इस गैस प्लांट की कैपेसिटी को जरुरत के अनुसार बढ़ाया भी जा सकता है। विकास एवं पंचायत विभाग के कार्यकारी अभियंता विरेंद्र चौहान ने कहा कि गोबर-धन प्रोजेक्ट का कार्य लगभग पूरा होने वाला है और प्रयास है कि मार्च 2024 तक इस प्रोजेक्ट के कार्य को पूरा कर दिया जाए।
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में मथाना ही एकमात्र ऐसा गांव है, जिस गांव में गोबर-धन प्रोजेक्ट के तहत गैस प्लांट लगाया जा रहा है। इस गैस प्लांट में मथाना की गौशाला अहम भूमिका निभाएगी। इस गौशाला में लगभग 750 पशुधन है और इस गौशाला से वेस्ट गोबर का गैस प्लांट के लिए प्रयोग किया जाएगा। इसके अलावा गांव से भी वेस्ट गोबर को गैस प्लांट के लिए प्रयोग किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट से गांव के लोगों को बहुत फायदा होगा और शहर की तर्ज पर गांव में ही लोगों को रसोई गैस मिल पाएगी। इस योजना से लोगों को गैस संबंधित सुविधा मिल पाएगी।