पंचकोशीय विकास के माध्यम से किया जा सकता है छात्रों का सर्वांगीण विकासः वासुदेव प्रजापति
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। गीता निकेतन आवासीय विद्यालय में आज 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ विधि पूर्वक हवन करके किया गया। हवन के बाद विद्यालय के प्राचार्य नारायण सिंह ने सभी अतिथि महानुभावों का परिचय एवं अभिनंदन किया। तत्पश्चात कक्षाचार्यों एवं छात्रों द्वारा विद्यालय में बिताए अपने अनुभवों को सांझा किया गया। अनुभव कथन की इस श्रृंखला में द्वादश कक्षा के कक्षाचार्यों ने छात्रों के स्वभाव एवं गुणों का वर्णन करते हुए कहा कि ऐसे विद्यार्थी परम सौभाग्य से प्राप्त होते हैं। ये सभी अच्छे नागरिक बनकर अपने विद्यालय और देश का नाम रोशन करेंगे। इस अवसर पर जहां विद्यालय के आचार्य ऋषिकांत ने छात्रों को देशप्रेम, राष्ट्र निर्माण एवं राष्ट्र उन्नति में अग्रसर रहने हेतु प्रेरित किया, वहीं विद्यालय की आचार्या सुरिंद्र कौर ने खुद से लड़ खुद को प्रेरित कर……….कविता के माध्यम से सभी छात्रों को हर परिस्थिति में आगे बढ़ने की सीख दी। अपने अनुभवों को सांझा करते हुए छात्रावास के छात्रों ने कहा कि यह विद्यालय एक लघु भारत का स्वरूप है। यहाँ 14 राज्यों के छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं। यहाँ हमें हमेशा अपने परिवार जैसी अनुभूति होती है।
इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में वासुदेव प्रजापति ( सचिव, अखिल भारतीय संस्कृति शिक्षा संस्थान) ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह गौरव का विषय है कि विद्यार्थियों में संस्कार भावना, राष्ट्रभक्ति, गुरुजनों के प्रति आदर भावना भरी है जो उन्हें जीवन में उन्नति के शिखर पर ले जाएगी। उन्होंने बताया कि पंचकोशीय विकास के माध्यम से छात्रों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सकता है जो विद्या भारती के मूल सिद्धांतों में से एक है। विद्यालय प्राचार्य नारायण सिंह ने कहानी के माध्यम से छात्रों को सुसंगति एवं कुसंगति के बारे मे बताते हुए सोच विचारकर उचित मार्ग का चुनाव करते हुए जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में उपस्थित प्रत्येक छात्र को सामूहिक फोटोग्राफ के रूप में एक स्मृति चिह्न प्रदान किया गया। अंत में सभी के लिए स्वादिष्ट भोजन परोसा गया। विद्यालय प्रबंध समिति के प्रबंधक पवन गुप्ता, कोषाध्यक्ष रणधीर वालिया एवं सदस्य सतहंस ने भी इस अवसर की शोभा बढ़ाई और छात्रों को आशीर्वाद दिया।