फसल पर एमएसपी की गारंटी किसानों का अधिकार है: अभय सिंह चौटाला
कहा – भाजपा सरकार बैरिकेट्स लगाकर किसानों का रास्ता रोकने की बजाय, बैरिकेट्स पंजाब सरकार के खिलाफ लगाएं जिन्होंने हरियाणा की जीवन रेखा एसवाईएल का पानी रोक रखा है
पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह और डा. स्वामीनाथन को भारत रत्न देने का स्वागत किया और कहा कि भारत रत्न के साथ-साथ स्वामीनाथन द्वारा किसानों के लिए की गई सिफारिशों को भी लागू करे केंद्र सरकार
बाबू जगजीवन राम, सर छोटूराम और चौ. देवी लाल द्वारा देश के लिए किए गए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता, तीनों को भी भारत रत्न देना चाहिए
न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़। इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने किसान संगठनों द्वारा केंद्र सरकार द्वारा एमएसपी पर कानून बनाने, बिजली बिल वापिस लेने, भूमि अधिग्रहण बिल वापिस लेने, किसानों पर दर्ज मुकदमे वापिस लेने और शहीद किसानों को न्याय दिलाने जैसी मांगों को लेकर 13 फरवरी को दिल्ली कूच करने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि किसान एमएसपी की खैरात नहीं मांग रहे बल्कि एमएसपी की गारंटी और एमएसपी पर कानून उनका अधिकार है। प्रधानमंत्री ने तीन काले कानून खत्म करते समय किसानों से यह वादा किया था कि एमएसपी पर कानून बनाएंगे लेकिन उसके बाद एमएसपी का कानून बनाने पर चुप्पी साधी हुई है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार बैरिकेट्स लगाकर किसानों का रास्ता रोक कर आम आदमी को परेशान करने की बजाय की बजाय अगर सही मायने में बेरिकेड्स लगाने हैं तो पंजाब सरकार के खिलाफ लगाएं जिन्होंने हरियाणा की जीवन रेखा एसवाईएल का पानी रोक रखा है। अभय सिंह चौटाला ने पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह और डा. स्वामीनाथन को भारत रत्न देने का स्वागत किया और कहा कि भारत रत्न के साथ-साथ स्वामीनाथन द्वारा किसानों के लिए की गई सिफारिशों को भी लागू करे केंद्र सरकार। केंद्र की सरकार एमएसपी पर कानून बनाने का अपना वादा पूरा करे।
उन्होंने कहा कि बाबू जगजीवन राम जो देश के पहले दलित उप-प्रधानमंत्री के अलावा श्रम एवं रेल मंत्री जैसे उच्च पदों पर रहे और जिनका संसदीय लोकतंत्र के विकास और दलितों के उत्थान में अमूल्य योगदान रहा उनको भी भारत रत्न देना चाहिए। सर छोटूराम जिन्होंने किसानों को साहूकारों के चंगुल से छुड़ाकर उनका हक दिलाया और किसानों के हितों के कानून बनाए उनको भी भारत रत्न देना चाहिए। चौ. देवी लाल जिन्होंने प्रधानमंत्री तक की कुर्सी को त्याग दिया था और उन्होंने किसान और कमेरे सहित सभी बिरादरी के लोगों के उत्थान के लिए अभूतपूर्व कार्य किए उन्हें भी भारत रत्न देना चाहिए।