भाजपा नेता, कार्यकर्ता और किसान एसवाईएल का पानी लाने के लिए 19 दिसम्बर को सुबह 11 बजे से 4 बजे तक रखेंगे उपवास
हजारों की संख्या में लघु सचिवालय में होंगे एकत्रित
सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लागू करने के लिए उपायुक्त को सौंपेंगे ज्ञापन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 17 दिसंबर। विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि भाजपा के नेता, कार्यकर्ता और किसान अब पंजाब से एसवाईएल का हक लेने के लिए पंजाब सरकार द्वारा लगाए गए नाके को खुलवाने का काम करेंगे। इसके लिए 19 दिसम्बर को कुरुक्षेत्र की धरा से बिगुल बजाया जाएगा तथा 19 दिसम्बर को ही लघु सचिवालय के प्रांगण में सुबह 11 बजे से लेकर सायं 4 बजे तक उपवास भी रखा जाएगा। इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में नेता, कार्यकर्ता और किसान एकत्रित होंगे। इसके साथ ही सर्वोच्चा न्यायालय के फैसले को लागू करने के लिए उपायुक्त को ज्ञापन भी सौंपेंगे।
वे वीरवार को सर्किट हाउस में थानेसर विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले विधायक सुभाष सुधा, भाजपा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी, पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, उपाध्यक्ष अनु मल्यान, धीरज वालिया, रेणु खुंगर, महामंत्री सुशील राणा, पूर्व महामंत्री रविन्द्र सांगवान, मंडलाध्यक्ष दीपक चौहान, हरीश अरोड़ा, रजनीश खासपुर, रमेश बाहरी ने 19 दिसम्बर के कार्यक्रम को ऐतिहासिक और सफल बनाने के लिए लम्बी चर्चा की और निर्णय लिया कि एसवाईएल का पानी प्रदेश में लाने के लिए और पंजाब से एसवाईएल का नाका खुलवाने के लिए 19 दिसम्बर को सांकेतिक उपवास सुबह 11 बजे से लेकर सायं 4 बजे तक किया जाएगा।
विधायक ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता और नेता गांव-गांव जाकर लोगों को हरियाणा के किसानों के पानी का हक यानि एसवाईएल का पानी लाने के लिए जागरुक किया जाएगा और किसानों को बताया जाएगा कि पंजाब सरकार हरियाणा के किसानों के पानी के हक के साथ खिलवाड़ कर रही है। एसवाईएल के पानी के मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय ने भी हरियाणा के हक में फैसला दिया और एसवाईएल का पानी ना मिलने के कारण प्रदेश की हजारों एकड़ भूमि की सिंचाई नहीं हो पा रही है। यह पानी आने से हजारों एकड़ भूमि पर सहजता से सिंचाई हो पाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि 19 दिसम्बर को भाजपा नेता, कार्यकर्ता और किसान केन्द्र सरकार का खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार भी व्यक्त करेंगी। इस सरकार ने किसान आंदोलन के दौरान जो सुझाव दिए है, उन सुझावों को सहजता से माना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार और अन्य विपक्षी दल किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे है। यह तीनों कृषि कानून किसानों के हक में है।