एनडी हिंदुस्तान संवाददाता
चंडीगढ़।मांगों को लेकर संघर्षरत किसानों के आंदोलन के बीच हरियाणा पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर और एक किसान की मौत के अलावा,आंसू गैसे के गोल छोड़ने और कई बड़ी खबरें सामने आ रही है।गुरुग्राम में किसान आंदोलन के चलते दिल्ली बॉर्डर पर भारी जाम रहा। पुलिस संदिग्ध वाहनों की जांच के बाद ही दिल्ली में एंट्री दे रही है। इसके चलते सुबह से ही यहां कई किलोमीटर तक सैकड़ों वाहन जाम में फंसे हुए हैं। लोगों को दिल्ली जाने में भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
दिल्ली बॉर्डर पर एमसीडी टोल से आगे रजोकरी में दिल्ली पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग के अलावा काफी चौकसी बरती जा रही है,लेकिन ट्रैफिक जाम की स्थिति रजोकरी बॉर्डर से लेकर गुरुग्राम के इफको चौक तक देखी गई। जयपुर की तरफ से आ रहे सैकड़ों वाहन जाम में फंस कर बेहाल दिखे और गंतव्य पर पहुंचने के लिए जद्दोजहद करते रहे।दिल्ली पुलिस द्वारा भी संदिग्ध वाहनों का निरीक्षण किया जा रहा है। किसान आंदोलन की वजह से फिलहाल अधिकतर रास्ते बंद हैं। दिल्ली गुरुग्राम के सरहोल बॉर्डर पर वाहन जाम में फंसे दूर तक दिखाई दे रहे हैं।इधर पानीपत में पुलिस को चकमा देकर कई किसान शंभू बॉर्डर तक जा पहुंचे।
वहीं संगरूर के खनौरी बॉर्डर पर एक 23 साल के शुभ करण सिंह पुत्र चरणजीत सिंह गांव वलो जिला बठिंडा की मौत हो गई है ।खनोरी बॉर्डर पर किसान नेट काका सिंह कोटड़ा ने इसकी पुष्टि की है। मृतक किसान का शव पटियाला के राजेंद्रा अस्पताल में रखा गया है।वहीं किसान आंदोलन में ड्यूटी पर तैनात रोहतक वासी सब इंस्पेक्टर विजय कुमार फतेहाबाद में टोहाना के निकट पंजाब सीमा पर गश्त कर रहे थे। इस दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई। पिछले दिनों में किसान आंदोलन के दौरान हरियाणा पुलिस के दो सब इंस्पेक्टरों की मौत हो चुकी है।
उधर पुलिस का आरोप है कि किसान आंदोलन के दौरान कुछ उपद्रवियों ने धान की पराली में आग लगाकर और मिर्ची उसमें डाल दी और पुलिस पर हमला किया। इस दौरान कई किसानों ने तलवार. भालो व गंडासों से भी पुलिस पर हमला भी किया है। बताया जा रहा है कि अब तक लगभग 12 पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं,इनमें से 2 की हालत नाजुक होने के कारण इन्हें रेफर किया गया है।
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा का आंदोलन को लेकर कहना है कि “किसी भी विषय का समाधान लगातार बातचीत से ही निकाला जा सकता है। उन्होंने किसान संगठन से अपील की है कि सभी मुद्दों का समाधान निकालने के लिए बातचीत के रास्ते आगे बढ़ें और शांति से काम लें।