5वें चित्र भारती फिल्मोत्सव का आगाज
फिल्मों के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार ने बनाई फिल्म और मनोरंजन नीति – मनोहर लाल
पंचकूला के पिंजोर में बनेगी फिल्म सिटी – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने अनंत विजय द्वारा लिखित पुस्तक ओटीटी का मायाजाल का किया विमोचन
एनडी हिंदुस्तान संवादददाता
पंचकूला। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि फिल्मों के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से फिल्म और मनोरंजन नीति बनाई गई है। इस नीति के तहत पंचकूला के पिंजोर में फिल्म सिटी स्थापित की जाएगी और इसके लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है।मनोहर लाल आज रैड बिश्प के कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय 5वें चित्र भारती फिल्मोत्सव का शुभारम्भ करने उपरांत फिल्म जगत की हस्तियां व उपस्थित लोगों को मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चन्द गुप्ता भी उपस्थित थे। इस मौके पर मनोहर लाल ने अनंत विजय द्वारा लिखित पुस्तक ओटीटी का मायाजाल का विमोचन किया और भारतीय चित्र साधना को 1 करोड़ रूपये सहायता राशि देने की घोषणा की।
मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा का नाम अब एग्रीकल्चर में ही नहीं कल्चर में भी पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुआ है। हरियाणा की भाषा, संस्कृति का प्रचार-प्रसार पूरे विश्व में हो, इसके लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। पिंजोर में फिल्म सिटी के स्थापित होने से ना केवल हरियाणवी संस्कृति और भाषा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार के नये अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने फिल्म निर्माताओं से आह्वान किया कि वे पिंजोर में स्थातिप होने वाली फिल्म सिटी में अपने स्टूडियो स्थापित करें। पंचकूला में पिंजोर और पहाड़ी क्षेत्र मोरनी के अलावा साथ लगते हिमाचल प्रदेश और उतराखंड में फिल्मों की शूटिंग के लिए बेहतरीन लोकेशन उपलब्ध हैं।मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा फिल्म और मनोरंजन नीति के तहत फिल्म निर्माताओं को सबसिडी प्रदान करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गये हैं और आगामी 10 मार्च को गुरूग्राम में आयोजित कार्यक्रम में यह सबसिडी प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने भारतीय चित्र साधना की प्रशंसा करते हुए कहा कि फिल्म जगत के माध्यम से समाज को संस्कारित करने के लिए हरियाणा सरकार हर सहयोग के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के फिल्मोत्सव गुरूग्राम, हिसार, करनाल के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जिलों में भी आयोजित किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि लोग आत्मचिंतन कर अपने जीवन काल में किए गए कार्यों को एक फिल्म के रूप में देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे एक छोटे से गांव से उठकर मुख्यमंत्री जैसे बड़े पद पर पहुंच कर प्रदेश के 2.80 करोड़ लोगों को अपना परिवार मानकर सेवा भावना से काम कर रहे हैं।मनोहर लाल ने कहा कि ज्ञान की प्राप्ति श्रवण, पाठन और दृश्य से होती है। उन्होंने निर्माताओं से आह्वान किया कि वे मनोरंजन के साथ-साथ समाज को अच्छे संस्कार देने वाली फिल्मों का निर्माण करें, ताकि लोग अच्छे संस्कार लेकर देश के नव-निर्माण में अपना योगदान दे सकें।
इस अवसर पर उपायुक्त सुशील सारवान, मेयर कुलभूषण गोयल, एसडीएम गौरव चौहान, नगराधीश मन्नत राणा, शिवालिक विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश देवीनगर, बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजिता मेहता, विवेक अग्निहोत्री, डा.चंद्रप्रकाश द्विवेदी, दलेर मेहंदी, डा.मनमोहन वैद्य, नरेंद्र ठाकुर,भारतीय चित्र साधना के अध्यक्ष बीके कुठियाला,आयोजन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कुमार,सचिव सुरेंद्र यादव,अतुल गंगवार,सांसद कार्तिकेय शर्मा,बबीता फौगाट,पायल कनौडिया और परित संधू, आलोक कुमार, विजय कुमार और मुकेश गर्ग उपस्थित रहे।