सांध्यकालीन महाआरती में खेलमंत्री संदीप सिंह व उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र ने की शिरकत
आज महाआरती कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री मूलचंद शर्मा होंगे मुख्यातिथि
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र,18 दिसंबर। खेलमंत्री संदीप सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र का एक पौराणिक और आध्यात्मिक इतिहास रहा है। इस धरा पर जहां भगवान श्रीकृष्ण ने मोहग्रस्त अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया वहीं पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोंको ने मानवता को आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान किया है। इसके साथ-साथ अनेक महान संतों के पैर इस धरा पर पड़े। गुरु नानक देव महाराज सहित अन्य सिख गुरु भी इस धरा पर पहुंचे है। इसलिए इस धरा के स्मरण मात्र से ही मनुष्य को अपने पापों से मुक्ति मिलती है और पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ-साथ ब्रहमसरोवर का भी कुरुक्षेत्र के इतिहास में एक धार्मिक और पौराणिक इतिहास है। विभिन्न अवसरों पर इस तीर्थ के सरोवर में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
खेलमंत्री संदीप सिंह शुक्रवार को देर सायं ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रुप में बोल रहे थे। इससे पहले खेलमंत्री संदीप सिंह, स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र, एडीसी महावीर सिंह, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, भाजपा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी, पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, पूर्व केडीबी सदस्य डा. सौरभ चौधरी, महामंत्री सुशील राणा, अनुप गिरी जी महाराज, राजेन्द्र परासर, भाजपा के युवा जिलाध्यक्ष रुबल शर्मा सहित अन्य गणमान्य लोगों ने गीता महोत्सव पर ब्रहमसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रुप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया।
इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया। केडीबी सीईओ अनुभव मेहता ने मेहमानों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम के मंच का संचालन डा. अशोक शर्मा ने किया। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से खेलमंत्री संदीप सिंह व स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर एसडीएम अखिल पिलानी, अंडर ट्रेनिंग आईएएस अधिकारी वैशाली सिंह, केडीबी सीईओ अनुभव मेहता, सीईओ जिला परिषद अश्वनी मलिक, डीडीपीओ प्रताप सिंह, एनआईसी अधिकारी विनोद सिंगला, अक्षय नंदा, गुरप्रीत काम्बोज, प्रिंस काम्बोज, लवप्रीत खैरा, अमरजीत बब्बू आदि उपस्थित थे।