सोशल मीडिया पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का कटाक्ष
एनडी हिंदुस्तान संवाददाता
दिल्ली। राजनीति के ट्रेजडी किंग पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की लगातार बयानबाजी और उनके सांसद पुत्र बृजेंद्र सिंह की भाजपा के प्रति बेरुखी से लगातार यह आसार लग रहे थे कि वे भाजपा से घर वापिसी कर कांग्रेस में आ सकते हैं। खैर,कुछ नया नहीं हुआ,वही हुआ जिसके आसार थे। फिलहाल बीरेंद्र सिंह के पुत्र कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं दिग्गज कांग्रेसियों की मौजूदगी में दिल्ली मुख्यालय पर जाकर कांग्रेस का हाथ थाम चुके है। यानी बीरेंद्र सिंह के परिवार के हाथों में जो कमल थामा हुआ था,उसकी एक मजबूत कड़ी हिसार लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद बिजेंद्र सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार जताते हुए कमल का फूल साइड में रख दिया है।
उन्होंने एक्स पर भाजपा के इन दोनों दिग्गजों का आभार जताते हुए वजह राजनीतिक कारण बताते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी है। अब भाजपा में उनके पास क्या प्रभार होगा ? यह आने वाला वक्त बताएगा,लेकिन आज से वह दुबारा कांग्रेसी बन चुके हैं। उनका कांग्रेस में काफी गर्मजोशी से स्वागत भी हुआ है।बेशक 400 पार के दावे के बीच भाजपा के लिए यह बुरी खबर है,मगर इतनी भी बुरी नहीं कि इससे भाजपा को यह लगे की कुछ नया हुआ है। जो परिस्थिति आज सामने आई है,उसके कयास काफी समय से लगाए जा रहे थे।
बहरहाल अगला नया धमाका क्या होगा,इसका इंतजार पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और उनकी धर्मपत्नी का अगला रूख तय करेगा। लोकसभा चुनाव की घोषणा होने में चंद घंटे ही अगले दो तीन दिन में आचार संहिता लग सकती है। इसके बाद राजनेताओं का इधर से उधर और राजनीतिक उथल पुथल के कई घटनक्रम सामने आएंगे। यह भी कोई बड़ी बात नहीं है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अपने पुत्र से अलग राय रखते हुए अपनी धर्मपत्नी के साथ भाजपा में ही डटे रहें,क्योंकि उनके लंबे राजनीतिक कैरियर में इस तरह के रंग पहले भी देखे गए हैं,लिहाजा इन्हीं राजनीतिक रंगों की बदौलत उन्हें राजनीतिक के ट्रेजडी किंग के खिताब से नवाजा जाता है।
रोचक बात यह भी है कि आज के इस बड़े राजनीतिक एपीसोड के बीच जन नायक जनता पार्टी के नेता एवं हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी चुटकी ली है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर प्लेटफार्म पर इस घटनाक्रम के बीच लिखा है…दर दर पे जाकर दुआ बदलते हैं,लोग खुद नहीं बदलते खुदा बदलते हैं।हालांकि इसी तरह की चुटकी 2019 के चुनाव के वक्त दुष्यंत चौटाला के यमुना पार वाले भाषण के बाद भाजपा से समझौते के बाद कांग्रेस और इनेलो के नेताओं ने भी ली गई थी।