एमपी पर्यटन विकास निगम विभाग के तकनीकी निदेशक विजय सिंह वर्मा ने किया ज्योतिसर तीर्थ व गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र का दौरा
मध्यप्रदेश के इन्दौर में ओमकेश्वर में आदि गुरू शंकराचार्य की याद में बनेगा भव्य प्रोजेक्ट, पहाडी पर स्थापित किया जाएगा स्टैचु आफ वननैस
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 20 दिसंबर। मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम विभाग के तकनीकी निदेशक विजय सिंह वर्मा ने कहा कि गीता स्थली ज्योतिसर में श्रीकृष्णा सर्किट के तहत बन रहे प्रोजेक्ट और जीओ गीता के गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र की छवि मध्यप्रदेश के इन्दौर में ओमकेश्वर तीर्थ स्थल में आदि गुरू शंकराचार्य की याद में बन रहे प्रोजेक्ट में नजर आएगी। इस स्थल पर पहाडी के ऊपर 108 फीट का स्टैचु आफ वननैस भी स्थापित किया जाएगा। इस योजना को तैयार करने से पहले कुरुक्षेत्र के तीर्थ स्थलों से फीडबैक और तकनीकी के बारे में जानकारी ली गई है।
तकनीकी निदेशक विजय सिंह वर्मा रविवार को गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले तकनीकी निदेशक विजय सिंह वर्मा, जीओ गीता के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री प्रदीप कुमार मित्तल, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबडा ने गीता स्थली ज्योतिसर में श्रीकृष्ण सर्किट के तहत बनाएं जा रहे प्रोजेक्ट का बारीकी से अवलोकन किया। इस दौरान तकनीकी निदेशक विजय सिंह वर्मा आश्चार्य चकित रह गए जब उन्होंने ज्योतिसर तीर्थ में वट वृक्ष के साथ आदि गुरू शंकराचार्य जी की प्रतीमा को मंदिर में लगे देखा। इतना ही नहीं कुरुक्षेत्र और मध्यप्रदेश का हजारों सालों से एक नाता रहा है क्योंकि कुरुक्षेत्र भगवान श्रीकृष्ण की कर्म स्थली रही है और मध्यप्रदेश में भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भाई बलराम के साथ शिक्षा ग्रहण की थी। इसलिए सदियों पुराने इस रिश्ते को भविष्य में भी हमेशा-हमेशा के लिए सजों कर रखा जाएगा।
तकनीकी निदेशक ने बातचीत करते हुए कहा कि आदि गुरू शंकराचार्य का हिन्दु संस्कृति और सनातन धर्म में अहम योगदान रहा है और मध्यप्रदेश के ओमकेश्वर तीर्थ उनकी ज्ञान स्थली रही, यहां पर 12 साल दीक्षा ली और देश में हजारों किलोमीटर की यात्रा करने के उपरांत हिन्दु और सनातन धर्म का खूब प्रचार-प्रसार किया तथा चार धाम की स्थापना भी की थी। उन्होंने कहा कि धर्मो की पौराणिक दास्तां को फिर से तरोताजा करने के लिए मध्यप्रदेश के ओमकेश्वर तीर्थ पर पहाडी के ऊपर 108 फीट ऊंची स्टैचु आफ वननैस स्थापित की जाएगी। इस स्थल पर एक भव्य और आकर्षक म्यूजियम स्थापित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के आदेशानुसार बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को शुरू करने से पहले योजना तैयार की जा रही है, इस योजना में कहीं कोई कमी ना रहे इसलिए कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर और गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र का अवलोकन करने के लिए आए है ताकि इन पवित्र स्थलों की छवि को मध्यप्रदेश में भी देखा जा सके।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंंत्री के आदेशानुसार प्रोजेक्ट को तैयार किया जाएगा और इस प्रोजेक्ट को देश और दुनिया का सबसे बेहतरीन प्रोजेक्ट बनाने का प्रयास किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर करोडो रुपए की राशि खर्च की जाएगी। इस स्थल पर लाईट एंड साउंड की भी व्यवस्था की जाएगी। इस केन्द्र को अध्ययन केन्द्र के रूप में भी विकसित किया जाएगा और म्यूजियम में आदि गुरू शंकराचार्य द्वारा किए गए कार्यों को जीविंत करने का प्रयास किया जाएगा तथा हिन्दु संस्कृति और सनातन धर्म से सम्बन्धित साहित्य और चित्र भी संजोए जाएंगे। केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबडा ने कहा कि मध्यप्रदेश और कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक रिश्तों को फिर से कायम करने के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर और गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र का अवलोकन किया है। मध्यप्रदेश में आदि गुरू शंकराचार्य की याद में बनने वाले प्रोजेक्ट में ज्योतिसर गीता स्थल और गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र के दर्शन होंगे। इस योजना को लेकर ही अधिकारी काम कर रहे है।