हिमाचल प्रदेश में भी पवित्र ग्रंथ गीता को लेकर कार्यक्रमों के आयोजन की बनाएंगे योजना
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के कारण पूरे विश्व में बनी धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पहचान
महोत्सव से संस्कृति और संस्कार को सहेंजने का हरियाणा सरकार का अनोखा प्रयास
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 21 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के संदेश आज भी पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक और तर्कसंगत है। इस पवित्र और पावन धरा कुरुक्षेत्र पर भगवान श्रीकृष्ण ने सदियों पहले गीता के उपदेश देकर पूरे विश्व को कर्म करने का संदेश दिया। आज पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को अपने जीवन में धारण करने की जरुरत है। इस भूमि पर हरियाणा सरकार व कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से हर वर्ष आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव से धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पहचान पूरे विश्व में बनी है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सोमवार को अंतर गीता महोत्सव-2020 के उदघाटन सत्र में ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ब्रहमसरोवर की फिजाओं और गीता यज्ञ के लिए सजाए गए पांच कुंडों और मंत्रौच्चारण की वाणी से काफी प्रसन्न हुए और बेहतरीन आयोजन की हरियाणा सरकार व प्रशासन को शुभकामनाएं व बधाई भी दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सौभाग्य कि बात है कि पवित्र भूमि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर आने का अवसर मिला।
इस पावन धरा पर सदियों वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया। इन उपदेशों को आज भी अपने जीवन में धारण करने की जरुरत है। इन उपदेशों का पूरा विश्व पालन और स्मरण कर रहा है। इस दृष्टिï से हरियाणा सरकार को बधाई देता हूं की महोत्सव का आयोजन करके आज के युग में संस्कृति और संस्कारों को जिंदा रखने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आज प्रगति और आधुनिकता की इस दौड़ में हम अपने इतिहास, संस्कृति और संस्कारों को भूलते जा रहे है। इस प्रकार के महोत्सवों से हमें अपने इतिहास और संस्कृति से आत्मसात करने का अवसर मिलता है और संस्कारों और शिक्षा की भी मिलती है। इसलिए हमें इन महोत्सवों से मिलनी वाली शिक्षा और संस्कारों को ग्रहण करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के रुप में एक बड़ा आयोजन किया है। इस प्रकार के आयोजन से देश की भावी पीढ़ी को पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों का स्मरण करने और अपने जीवन में धारण करने का अवसर मिलता है। एक प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक देव भूमि है, इस देव भूमि में बहुत सारे बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस प्रदेश के मंडी जिला में अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव और कुल्लू के दशहरे को पूरा विश्व जानता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पवित्र ग्रंथ गीता को लेकर आयोजन करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
यह पवित्र ग्रंथ गीता हरियाणा, हिमाचल तक ही सीमित नहीं है, यह सर्वव्यापी ग्रंथ है। इस पवित्र ग्रंथ में पूरे विश्व की समस्याओं का समाधान है। इस मौके पर पर्यटन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, स्वामी शंकराचार्य, लोकेश मुनि, राज्यपाल के सचिव एवं केडीबी सदस्य सचिव जी अनुपमा, पूर्व विधायक डा. पवन सैनी, उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़, एसपी हिमांशु गर्ग, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सीईओ केडीबी अनुभव मेहता, भाजपा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी, पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, केडीबी के पूर्व सदस्य डा. सौरभ चौधरी, उपेन्द्र सिंघल, विजय नरुला, गोपाल सैनी सहित केडीबी के सभी सदस्य और अधिकारीगण उपस्थित थे।