पहले नवरात्र पर मां भद्रकाली शक्तिपीठ कुरुक्षेत्र में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ श्री देवीकूप भद्रकाली मंदिर, कुरुक्षेत्र में आज 9 अप्रैल, प्रथम नवरात्रि के साथ नव संवत्सर का प्रारंभ हुआ, मंदिर के कपाट खुलने से पहले ही मंदिर में भक्तों की भारी लाइन लग गयी थी । सबसे पहले प्रातः कालीन 6:00 बजे की मंगला आरती मुख्य पुजारिन श्रीमती शिमला देवी ने की और उसके बाद शक्ति कलश पूजन किया। जिसमें मुख्य अतिथि देसूराम रिटायर्ड पोस्टल सुपरिंटेंडेंट, कुरुक्षेत्र रहे । सर्वप्रथम माँ भद्रकाली जी को माँ शैलपुत्री स्वरूप मानकर उनकी पूजा और श्रृंगार किया ।
पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने बताया कि माँ शैलपुत्री देवी पार्वती का ही एक रूप हैं जो नंदी पर सवार, श्वेत वस्त्र धारण करती हैं। उनके एक हाथ में त्रिशुल और एक हाथ में कमल विराजमान है। माँ भद्रकाली जी को दीप, फल, फूल, माला, रोली, अक्षत चढ़ा कर पूजन किया गया। उन्होंने बताया कि माँ शैलपुत्री को सफेद रंग प्रिय है, इसलिए पूजन में सफेद फूल और मिठाई अर्पित की गई।पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा ने बताया कि आज ही के दिन हिंदू नव वर्ष नया विक्रमी संवत भी प्रारंभ हुआ है । नवरात्रि अन्नपूर्णा भंडारा प्रातः 9:00 बजे अवनी गुप्ता , अन्नपूर्णा रसोई एंड कैटरर्स द्वारा व दोपहर 12:00 बजे श्री संजीव गर्ग द्वारा दिया गया तथा तरसेम सिंह ,पिपली द्वारा प्रातः 9:00 बजे व उपेंद्र कुमार सुपुत्र श्रीकण्ठ शर्मा द्वारा दोपहर 12:00 बजे नवरात्रि व्रत भंडारा दिया गया। साथ ही सायं 4:00 से 7:00 बजे तक भक्तजन लखबीर सिंह लक्खा एंड पार्टी, कुरुक्षेत्र द्वारा आयोजित भजन संध्या से माँ की भक्ति में लीन होकर माँ का गुणगान करते रहे। तत्पश्चात शाम 7 बजे महाआरती की गई। पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने बताया कि प्रथम नवरात्रि को हिंदू नव वर्ष अभिनंदन , विक्रम संवत 2081 का भी आयोजन रात्रि 8:00 बजे किया गया जिसमें नगर देवी माँ भद्रकाली कुरुक्षेत्र वाली जी के 108 फुट ऊंचे शिखर पर भव्य आतिशबाजी का आयोजन विश्वप्रसिद्ध बुर्ज खलीफा स्टाइल में किया गया ।
गुरु जी ने बताया कि शक्तिपीठ और हिन्दू मंदिरों का मुख्य उद्देश्य अपने सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करना भी है और इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर ऐसा भव्य आयोजन किया गया है । इस आयोजन को पिछले 3 वर्षों में करोडों भक्तों ने डिजिटल मीडिया के माध्यम से भी देखा था । अबकी बार इस हिन्दू नव वर्ष विक्रमी सम्वत 2081 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जया शारदा , अतिरिक्त उपायुक्त, कैथल व शांतनु शर्मा, उपायुक्त, कुरुक्षेत्र रहे व नरेंद्र कुमार पटाखे वाले, शाहबाद मुख्य यजमान रहे । सभी भक्तजन इस आनंदमई भव्य मनोरम गगनचुंबी आतिशबाजी के दृश्य को देखकर मोहित हो उठे । सम्पूर्ण शक्तिपीठ शिखर एक दिव्यता से परिपूर्ण ज्योति के समान लग रहा था । ऐसा लग रहा था जैसे ये अलौकिक ज्योति ब्रहमांड को प्रकाशित कर रही हो । टकटकी लगाए भक्त ये एतिहासिक दृश्य देखते रहे और जोर शोर से माँ भद्रकाली के जयकारे लगाते रहे। ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे जयकारों के उद्द्घोषों से ही ये गुम्बद दीप प्रज्ज्वलित हुई है ।
पीठाध्यक्ष ने बताया कि हम सबको अपनी संस्कृति पर गर्व है और आगे भी अपने इस हिन्दू नववर्ष को इतने ही हर्षोल्लास और उत्साह से मनाते रहेंगे । गुरु जी ने कहा कि इस सुखद मनोरम दृश्य को सभी अपनी आँखों में समाहित कर सम्पूर्ण वर्ष सम्भाल कर रखें । अबकी बार भी फेसबुक पर लाखों लोगों ने इस अद्भुत दृश्य का लाइव प्रसारण के माध्यम से आनंद लिया। इस आतिशबाजी महोत्सव में विशेष “कलर डे आउट” पटाखे भी प्रयोग किये गए और 1500 से भी ज़्यादा पटाखे लगाए गए । इस बार पटाखों से ‘माँ’ व ‘ॐ’ की आकृति भी बनाई गई । विशेषतौर पर 500 कोल्ड फायर , 2 चकरी कोल्ड फायर , 8 रंग वाले डे आउट पटाखे कल 24 स्काई शॉट का इस्तेमाल किया गया। मंदिर के 108 फुट ऊंचे शिखर पर 9 अप्रैल , प्रथम नवरात्र का भव्य आतिशबाजी का नज़ारा कुछ उसी तरह का होता है, जिस तरह का नज़ारा कैलेंडर नव वर्ष पर विश्वप्रसिद्ध बुर्ज खलीफा बिल्डिंग पर देखा जाता है ।
इस हिन्दू नव वर्ष अभिनंदन कार्यक्रम के लिए 5 सदस्यीय टीम दिल्ली से माँ भद्रकाली शक्तिपीठ 4 अप्रैल को ही पहुंच गई थी। इस टीम का नेतृत्त्व नरेन्द्र कुमार शाहबाद वाले कर रहे थे। इस टीम में एक पटाखा लोकेशन डिज़ाइनर , दो कारीगर , एक पावर एक्सपर्ट व एक फायर एक्सटिंगेशर है । इस से पहले भी ये टीम बड़े बड़े कार्यक्रमों में विशेष आतिशबाजी दृश्य का इंतजाम कर चुके है। इस बार कार्यक्रम में समय सीमा को बढ़ाने के लिए 5 बार पटाखों को चलाया गया और ग्रीन पटाखों का ही इस्तेमाल कर उन्हें रिमोट कण्ट्रोल के जरिये ही संचालित किया गया । गौरतलब है कि 108 फुट ऊंचे गुम्बद पर पटाखों को एक घिरनी के जरिये ही ऊपर लगाया गया और सिर्फ कोल्ड फायर का ही इस्तेमाल किया जाता है । मंदिर के गुम्बद के ऊपरी हिस्से पर वायु दबाव का ध्यान रखकर ही इसका आयोजन किया गया ।
पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा ने बताया कि पूरे भारत वर्ष में ये विशेष गौरवशाली हिन्दू नव वर्ष आयोजन सिर्फ भद्रकाली शक्तिपीठ में ही किया जाता है । उन्होंने कहा कि विश्व को प्रकाशित करने वाली माँ भद्रकाली जी के शक्तिपीठ से ये आतिशबाज़ी की रोशनी सभी भक्तों के जीवन को प्रकाशमान बनाए ऐसी शुभकामनाएं दी । उन्होंने यह भी कहा कि ये कार्यक्रम युवाओं में चेतना जगाने, उन्हें अपनी सभ्यता और संस्कृति, अपने इतिहास का परिचय करवाने के लिए है । इस कार्यक्रम को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओ ने मंदिर पार्किंग, मंदिर तालाब, मंदिर मुख्य सड़क से देखा । जया शारदा व शांतनु शर्मा, उपाध्यक्ष, कुरुक्षेत्र ने कहा कि यह सिर्फ कुरुक्षेत्र ही नही, हरियाणा ही नहीं,अपितु पूरे भारत वर्ष के लिए खुशी का, गर्व का, गौरवशाली क्षण है, ऐसा अद्भुत, दिव्यता से परिपूर्ण, आलौकिक और भावात्मक नजारा माँ भद्रकाली जी की कृपा और आशीर्वाद से ही देखने को मिल सकता है ।
उन्होंने यह भी कहा कि मेरा सौभाग्य है की पीठाध्यक्ष और माँ भद्रकाली जी के भक्तों के साथ मैने इस क्षण का आनंद लिया। शीतल भौरिया व सुरेन्द्र भौरिया , पुलिस अधीक्षक, कुरुक्षेत्र ने कार्यक्रम को ऑनलाइन माध्यम से देखा । मुख्य यजमान नरेन्द्र कुमार ने भी कहा कि वह खुशनसीब है कि माँ भद्रकाली जी ने उनको पटाखों की सेवा का मौका दिया और उनकी सेवा से सभी भक्तों को खुशियां मिल रही है, यही माँ भद्रकाली जी का आशीर्वाद है । सामाजिक समरसता राष्ट्रप्रेम और नारी शक्ति के सम्मान के लिए मौके पर भारत माता का पूजन करने के बाद विशेष प्रसाद, मिल्क केक व भारत दीप माला बनाई गई और कन्या श्लोका पंडित (कुहू) का कन्या पूजन किया गया । मिल्क केक को व्रतधारियों को ध्यान में रख कर बनाया गया । अंत में पटाखा टीम का अभिनंदन किया गया । कुरुक्षेत्र जिले के कई न्यायाधीशों ने भी इस उत्सव में शिरकत की । टीम शक्तिपीठ में सेवक मंडल के सफल प्रयास के लिए पीठाध्यक्ष ने उनको धन्यवाद किया व मंगल कामना की । पीठाध्यक्ष ने कहा कि अगली बार इस से भी भव्य हिन्दू नव वर्ष मनाया जाएगा । कल रात्रि लोकसभा प्रत्याशी सुशील गुप्ता ने भी माँ भद्रकाली जी के दर्शन किये । इस मौके पर अध्यक्ष नरेंद्र वालिया , शिमला देवी, हेमराज शर्मा, शकुंतला देवी, मीना जोशी, देवेंद्र गर्ग हाबड़ी, डॉ अन्नू पॉल शर्मा , स्नेहिल शर्मा, देवांशु शर्मा, निकुंज शर्मा, संजीव मित्तल, हाकम चौधरी, आशीष दीक्षित, एम के मौदगिल, जीवन मौदगिल, राजकुमार धवन, विशु, ऋषि, सुरेंद्र द्विवेदी इत्यादि भक्त उपस्थित रहे ।