न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। नवरात्रों के आज तीसरे दिन माँ भद्रकाली शक्तिपीठ कुरुक्षेत्र में नवरात्रि दिवस देवी के रूप में माँ चंद्रघंटा जी का आह्वान किया गया । सर्वप्रथम मंदिर में महाआरती मुख्य पुजारिन श्रीमती शिमला देवी ने माँ भद्रकाली जी को पंचामृत, दूध दही ,शहद, गंगाजल , केसर, गुलाब जल से स्नान करवाया और माँ के स्वरूप का श्रृंगार किया । प्रातः कालीन 6:00 बजे आरती शुरू होते ही मंदिर को दर्शनों के लिए खोल दिया गया तथा माँ की अराधना “उं देवी चंद्रघंटायै नम:” मंत्र से की गई । आज मंगला आरती के मुख्य अतिथि किरण एवं अमरजीत सिंह थे। पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता चंद्रघंटा के मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र बना हुआ है, जिस वजह से भक्त माँ को चंद्रघंटा कहते हैं। देवी चंद्रघंटा आध्यात्मिक शक्ति की प्रतीक है।
उन्होंने बताया कि माता चन्द्रघंटा देवी का शरीर सोने की तरह चमकता है और इनका वाहन सिंह है। माँ भद्रकाली जी को माँ चंद्रघंटा रूप मानकर सफेद फूलों की माला अर्पित की गई, भोग के रूप में मखाने की खीर का भोग लगाया गया। दोपहर 12:00 बजे नवरात्रि व्रत भंडारा व नवरात्रि अन्नपूर्णा भंडारा भारत भूषण कपूर, ,जे बी डी ग्रुप, करनाल द्वारा आयोजित किया गया जिसमें पकोड़े , आलू, दही, सामकी की खीर ,चिलाई के लड्डू, फल इत्यादि का भोग प्रसाद वितरित किया गया। इसके साथ ही नवरात्रि अन्नपूर्णा भंडारा प्रातः 9 बजे अमिताभ शर्मा सुपुत्र रक्षा शर्मा जीद्वारा आयोजित किया गया , जिसमें हलवा छोले ,कढ़ी चावल, आलू पूरी का प्रसाद भक्तों में बांटा गया । शाम 4 बजे भजन संध्या मे श्री बब्बू चावला एंड पार्टी , कुरुक्षेत्र द्वारा प्रस्तुत की गई जिसमें मुख्य अतिथि रमन बंसल , एडवोकेट, कुरुक्षेत्र के रूप में उपस्थित रहे ।
भजन संध्या पार्टी ने माँ के प्रिय भजनों से माँ का गुणगान किया। उन्होंने माँ मुरादे पूरी करदे, छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल, भोले दी बारात इत्यादि भजनों से समाँ बांधा । 7 बजे संध्याकालीन आरती में भक्तों ने 505 ज्योति से माँ की आरती की और सर्वे भवंतु सुखिनः की कामना की । 505 ज्योत महाआरती में नवदुर्गा और भारत माता का स्वरूप लिए बच्चों का पूजन किया गया और सभी देवता स्वरूप बच्चों ने पीठाध्यक्ष के साथ श्री देवीकूप पर आरती में भाग लिया । पीठाध्यक्ष ने बताया कि सभी भक्त नवरात्रि में कन्या पूजन जरूर करें और पहले नवरात्रि पर एक कन्या, दूसरे पर दो कन्याओं, इसी प्रकार नवमी पर 9 कन्याओं का पूजन जरूर करें और उन सभी की शिक्षा का खर्च उठाने का संकल्प लें । मंदिर में सेवा काउंटर पर भी माँ की सेवा के लिए अपना नाम दर्ज करवाने आए भक्तों की भीड़ दिखाई दी।
भक्त भंडारा सेवा, सफाई सेवा, व्यवस्था सेवा, जूता सेवा, पार्किंग सेवा, हर एक प्रकार की सेवा के लिए अपना नाम लिखवाते दिखाई दिए। पीठाध्यक्ष ने बताया कि 13 अप्रैल, शनिवार को मां भद्रकाली जी का *अनमोल खजाना* भी सभी भक्तों में वितरित किया जाएगा । उन्होंने यह भी बताया कि श्री दुर्गाष्टमी पर होने वाले भव्य जागरण की भी तैयारी मंदिर परिसर में शुरू हो चुकी है । नवरात्रि महोत्सव में भक्तों की भीड़ बढ़ रही है । आज दिल्ली से कुरुक्षेत्र यात्रा पर आए कुछ न्यायाधीशों ने भी माँ भद्रकाली जी के दर्शन किए । लोग अपने घरों में बना हुआ प्रसाद भी जैसे हलवा, बेसन लड्डू, खीर, मालपुआ इत्यादि भोग लगवाने के लिए भी ला रहे है । इस मौके पर हेमराज शर्मा, मीना जोशी, शकुंतला देवी, निकुंज शर्मा, डॉ अन्नु पॉल शर्मा ,देवेंद्र गर्ग, जीवन मौदगिल, राम पाल लाठर,आशीष , अनिल अन्नू इत्यादि सेवक उपस्थित रहे ।