…जग रोक न पाएगा, मीरा नाचेगी जब श्याम नचाएगा भजन पर खूब झूठे श्रद्धालु
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 25 दिसंबर। गीता ज्ञान संस्थानम में आयोजित भजन संध्या में श्रद्धालु जमकर झूमे। गीता जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित इस भजन संध्या में प्रसिद्ध भजन गायक चित्र-विचित्र द्वारा गाए गए भजनों का गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, स्वामी परमात्मानंद जी, गुजरात से आए कृष्णानंद जी सहित अनेक गणमान्य लोगों और भारी संख्या में उपस्थित लोगों ने आनंद उठाया।
संस्थानम का वातावरण भक्तिमय हो गया। इस भजन संध्या में महिलाएं भारी संख्याा में उपस्थित थी और जब चित्र-विचित्र ने भजनों की धुन छेड़ी तो महिलाएं अपने आप को रोक न पाई और भजनों पर जमकर नाचीं।
चित्र-विचित्र ने भगवान कृष्ण और श्रीराम से जुड़े कई प्रंसग सुनाए, जिनका श्रद्धालुओं ने आनंद उठाया। देखकर काली घटा का भंवरा तू हो मत उदास, जग रोक न पाएगा मीरा नाचेगी जब श्याम नचाएगा का चित्र-विचित्र ने भजन गाया तो वातावरण राधामय हो गया और इस भजन पर श्रद्धालु खूब थिरके। इसी प्रकार मेरी विनती है राधा-रानी कृपा बसाए रखना के भजन पर भी श्रद्धालुओं ने खूब लुत्फ उठाया। इसके अतिरिक्त चित्र-विचित्र ने अपनी मधुर वाणी से सारे वातावरण भक्तिमय बना दिया। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी ने कहा कि भजन संध्या का मर्यादा में रहकर खूब
आनंद उठाया। उन्होने कहा कि गीता मनीषी ने कहा कि भजन संध्या के भाव में डूबकर जो हलचल हुई उसके मंथन से प्रेम अइौर सरलता का सहज भाव निकला। उन्होने कहा कि यह हलचल कोमलता के लिए है लेकिन यह क्षणिक नही होनी चाहिए बल्कि इस हलचल को स्थायी रूप से जीवन में उतारना चाहिए। गीता पाठ पर बल देते हुए गीता मनीषी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी दिनचर्या गीता पाठ से शुरु करनी चाहिए ताकि घर-घर में गीता का प्रचार-प्रसार हो और अपने जीवन में गीता उपदेश को उतारना चाहिए।
श्रीकृष्ण कृपा व जीओ परिवार द्वारा गीता के प्रचार-प्रसार के लिए अनेक गतिविधियां चलाई जा रही हैं। जीओ गीता का उद्देश्य घर-घर तक गीता का प्रचार करना है। भजन संध्या में जीओ गीता के राष्ट्रीय महामंत्री प्रदीप मित्तल, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, करनाल से आए बृज गुप्ता, संजय भाटला, कृष्ण कृपा गौशाला के प्रधान हंसराज सिंगला, विजय नरूला, दीपक आहुजा, श्याम आहुजा, राजेंद्र चोपड़ा, सुनील वत्स, मीनाक्षी नरूला, संगीता वत्स सहित अनेक गणमान्य लोगों ने चित्र-विचित्र द्वारा गाए भजनों का आनंद उठाया।