उपाध्यक्ष धुमन सिंह ने गांव कौलापुर में शहीद संजीव सिंह के शहादत दिवस पर शहीद को किया नमन
शहीद के नाम पर गांव कौलापुर में सरस्वती नदी पर बनेगा शहीद संजीव सिंह घाट
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र/बाबैन । हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि आज हम जिस आजाद देश की खुली हवा में सांस ले रहे हैं। यह आजादी की जिन्दगी हमें ऐसे ही नहीं मिली, बल्कि हमारे बहुत से शहीदों के बलिदान की बदौलत मिली है। जब हम अपने परिवार के साथ अपने घरों में रहते है, उस समय देश की सीमाओं पर बाहरी दुश्मनों से हमारी रक्षा करने वाले सैनिक भी सच्चे देशभक्त है। ऐसे देशभक्त सैनिकों के शहादत दिवस पर उनको याद करके हम उनको सच्ची श्रद्घाजंलि दे सकते है।
उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच शनिवार को गांव कौलापुर में शहीद संजीव सिंह की 25वें शहादत दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उपाध्यक्ष धुमन सिंह, पूर्व सांसद गुरदयाल सिंह, शहीद सैनिक संजीव सिंह के पिता रणजीत सिंह, कौलापुर के सरपंच बलजिंद्र सिंह, गुरनाम सिंह मंगौली, सुभाष कसीथल, हरमेश सैनी मास्टर, सत्प्रकाश, देशराज शर्मा, गरजा कश्यप, मुकेश, ईश्वर कौशिक, सतबीर मंगोली, नायब सहित अन्य गणमान्य लोगों ने शहीद संजीव सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको नमन किया। उपाध्यक्ष ने कहा कि गांव कौलापुर में सरस्वती नदी पर शहीद संजीव सिंह के नाम से एक घाट का निमार्ण किया जाएगा। इस प्रकार अमर शहीद के नाम पर सरस्वती घाट का नाम रखकर उनका एक सच्ची श्रृदाजंलि देने का काम किया जाएगा और इससे इस शहीद के बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा, जिससे युवा पीढ़ी को भी देश सेवा की प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रभक्तों का बलिदान कभी भी व्यर्थ नही जाता बल्कि ऐसे लोग मरते नहीं बल्कि हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं। आज की युवा पीढ़ी नशो और बुरी आदतों में लिप्त हो रही है। इससे वह अपने रास्ते से भटक रहे हंै और देश के शहादत को भूलते जा रहे हैं। जबकि हमारी युवा पीढ़ी में शहीदों की शहादत हमेशा याद रहनी चाहिए ताकि जिस देश की खातिर उन्होंने बलिदान दिया है उसकी सुरक्षा उनके हाथो में रहे क्योंकि युवा पीढ़ी अगर देश प्रेम, देश सेवा और नारी सुरक्षा के प्रति जागरूक होगी हमारा समाज और परिवार भी सुरक्षित रहेगा। इस अवसर पर गुरुग्रंथ साहब के पाठ का भोग डाला गया व अरदास की गई जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। शहीद संजीव सिंह के बलिदान दिवस पर उसके पिता रणजीत सिंह व माता पार्वती द्वारा स्कूलों के अनेक होनहार बच्चों को पाठ्य सामग्री भी वितरित की।