धार्मिक नगरी वृंदावन में गूंजे भगवान जगन्नाथ के जयकारे
एनडी हिंदुस्तान संवाददाता/ डॉ. प्रदीप गोयल
वृंदावन।नगर के सप्त देवालयों में से एक ठाकुर राधा मदन मोहन मंदिर से रथ यात्रा के पावन दिवस पर भगवान जगन्नाथ को रथ में आरूण कर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा का जगह पर पुष्प वर्षा और ठाकुर जी की आरती उतार कर स्वागत किया गया। जिसके दर्शनों के लिए भक्तो में होड़ सी लगी रही।जगन्नाथ पुरी में निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा के तर्ज पर नगर के राधा मदन मोहन मंदिर में यह नजारा अपने आप में कुछ खास दिखा। सुबह से ही भक्तो की भारी भीड़ भगवान जगन्नाथ के पट खुलने का बेशबरी से इंतजार करती रही। जैसे ही भगवान के पट खुले वैसे ही संपूर्ण मंदिर परिसर भगवान जगन्नाथ के जयकारो से गुंजायमान हो गया।
वही इस मौके पर बोलते हुए मंदिर के सेवायत गद्दी नशीन आचार्य विजय किशन देव गोस्वामी ने बताया कि भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ अधिक स्नान करने से बीमार हो जाते है, जिसके चलते 14 दिन तक भक्तो को भगवान के दर्शन सुलभ नहीं होते है। भगवान को स्वस्थ करने के लिए जड़ी बूटियों का काडा दिया जाता है। 15 वे दिन जैसे ही भगवान के स्वस्थ होने की सूचना भक्तो को मिलती है तो भक्त अपने आराध्य के दर्शन्नो के लिए आ जाते है। जिसे भगवान जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। जिसके चलते रविवार को नगर के प्राचीन राधा मदन मोहन मंदिर में सुबह से ही विविध धार्मिक अनुष्ठानों की धूम मची रही। सांय काल भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा भाई बलभद्र के साथ फूलो से सुसज्जित रथों में विराजमान होकर बैंड बाजो के साथ नगर भ्रमण को निकले।
मंदिर परिसर से निकली भगवान की शोभायात्रा का भक्तो द्वारा स्थान स्थान पर पुष्प वर्षा कर जोशीला स्वागत किया गया। वही भगवान के स्वस्थ होने की खुशी में भक्तो को प्रसाद के रूप में आम लुटाए गए। वहीं उन्होंने बताया कि वहीं उन्होंने बताया कि नगर के सप्त देवालयों से हर वर्ष जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर ही भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। ठाकुर राधा मदन मोहन मंदिर से भी हर्षोल्लास के साथ रथ यात्रा का आयोजन होता है। जिसमें भक्तगण भड़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। यह परंपरा कई बरसों पुरानी है। जिसका आज भी बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ निर्वाह किया जा रहा है। इस अवसर पर सुनील भसीन, सविता भसीन सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे।