मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम में जाट कल्याण सभा के भवन का किया शिलान्यास, ऐच्छिक कोष से की 31 लाख रुपए देने की घोषणा
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़ । हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सामाजिक कार्यों को लेकर हमारे समाज की दान देने की संस्कृति रही है, जब भी अच्छे उद्देश्य व सामूहिकता के भाव के साथ कोई कार्य आरंभ किया जाए तो समाज उसमें बढ़-चढ़कर भाग लेता है।
मुख्यमंत्री आज गुरुग्राम के सेक्टर 10 स्थित एलपाइन कांवेंट स्कूल में जाट कल्याण मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने जाट कल्याण सभा के भवन का शिलान्यास भी किया।
समाज के सभी वर्गों को मिलेगा भवन का लाभ
नायब सिंह सैनी ने जाट कल्याण सभा को बधाई देते हुए कहा कि यह भवन समाज के सभी वर्गों के काम आएगा। साथ ही न केवल स्थानीय लोगों बल्कि दूर दराज से आने वालों को भी इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार आप लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है। इस भवन की आधारशिला रखने का यह अवसर बड़ी खुशी का दिन है। उन्होंने भवन के निर्माण के लिए अपने ऐच्छिक कोष से 31 लाख रुपए की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की। जाट कल्याण सभा द्वारा भवन की पार्किंग के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग पर मुख्यमंत्री ने हरियाणा सरकार की नीति के अनुसार इस मांग को पूरा करवाने की बात कही।
हर घर तिरंगा अभियान में बढ़-चढ़कर करें भागीदारी
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए हमारे सेनानियों ने लंबा संघर्ष किया है ताकि हम खुली हवा में सांस ले सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को हर घर तिरंगा फहराने का आह्वान भी किया है। इस अभियान को सफल बनाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेवारी है। एक भारत-श्रेष्ठ भारत के लिए हम सबको इस अभियान में बढ़-चढ़कर भागीदारी करनी चाहिए।
पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ लगाकर उसकी परवरिश करें
श्री नायब सिंह सैनी ने कम होती हरियाली और बढ़ते तापमान पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इसी उद्देश्य को लेकर एक पेड़ माँ के नाम की मुहिम आरंभ की है। इस मुहिम के साथ जुड़कर हम सबको यह संकल्प अवश्य लेना चाहिए कि हम अपने घर, साथ लगते पार्क या सड़क के किनारे पेड़ अवश्य लगाएं और उनकी परवरिश करें। वन विभाग के माध्यम से इस उद्देश्य को लेकर पौधें आपको उपलब्ध करा दिए जाएंगे।