एनडी हिंदुस्तान संवाददाता/दीपक शर्मा
कुरुक्षेत्र। हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ ,श्री देवीकूप भद्रकाली मंदिर, कुरुक्षेत्र में रक्षा बंधन का त्यौहार भव्य स्तर पर मनाया गया । यह त्यौहार शक्तिपीठ में सैंकड़ो सालों से परम्परा के तौर पर मनाया जाता रहा है । भारत देश की, कुरुक्षेत्र वासियों की भाईचारा व एकता बनाए रखने के लिए इस कार्यक्रम को सार्वजनिक रूप से, धार्मिक मान्यताओं को सम्मान देते हुए , लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करके मंदिर परिसर में मनाया गया । मंदिर परिसर को पुष्प सज्जा से सुसज्जित किया गया । प्रातः काल से ही मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ दिखाई दी। इसलिए माँ के चांदी चरण प्रतिरूप को आज भवन से बाहर स्थापित किया गया , जिस पर सभी भक्त माँ भद्रकाली जी को रक्षा सूत्र बांध कर अपनी व परिवार की रक्षा का दायित्व माँ भद्रकाली जी को सौंपते हुए दिखाई दिए । पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा ने बताया कि सर्वप्रथम 10 बजे मंदिर में महिला मंडल द्वारा संकीर्तन शुरू किया गया ।
ततपश्चात प्रातः 11:00 बजे गुरू जी द्वारा सेवक मंडल के सदस्यों को माँ की शक्ति चुनरी से सम्मानित किया गया व श्री देवीकूप पर विधि पूर्वक पूजन किया गया । इसके बाद एक राखी गुरु जी द्वारा शक्ति त्रिशूल पर बांधी गयी व एक राखी प्राण दायक पीपल व नीम के पौधे को भी बांधी गयी और सभी ने एक स्वर में पेड़ों को वचन दिया कि जैसे आप हमें ऑक्सीजन देकर हमारे प्राणों की रक्षा करते हो, वैसे ही हम भी आपके प्राणों की रक्षा करेंगे और वृक्षारोपण को बढ़ावा देंगे । इसके बाद माँ भद्रकाली जी के भवन में चरण पर पूजन किया गया व गुरु जी द्वारा माँ भद्रकाली जी को रक्षासूत्र बांधा गया । इस मौके पर विशेषतौर पर रक्षाबंधन के गीत मंदिर में चलाए गए। फिर बहनों द्वारा भाइयों की आरती उतारी गई, राखी के पारंपरिक गीत गाए गए। सभी भाइयों से उनके समर्पण भावना का संकल्प करवाया गया , बहनों के जीवन की मंगल कामना की गयी । भाइयों द्वारा बहनों की, बेटियों की ,उनके गर्भावस्था से जीवन पर्यन्त रक्षा का संकल्प लिया गया । पीठाध्यक्ष के सुपुत्र स्नेहिल शर्मा को भी उनकी बहन मीना जोशी ने रक्षासूत्र बांधा ।
इसके बाद गुरु जी द्वारा 51 फुट राखी पर स्वास्तिक बनाया गया । पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा के आशीर्वाद से व डॉ एम के मौदगिल की अगुवाई में नगर देवी माँ भद्रकाली जी को नगर की सुरक्षा के लिए समस्त सेवक मंडल के सदस्यों की उपस्थिति में 51 फुट की 52 शक्तिपीठों के नामों को दर्शाती राखी माँ भद्रकाली जी को समर्पित की गयी और श्री देवीकूप पर बांधी गयी । इस राखी पर शक्तिपीठ जैसे हिंगलाज, ज्वाला जी, अम्बा जी, कामाख्या जी इत्यादि नाम लिखें गए है । इसकी डोरियों की लंबाई 23 – 23 फुट है। पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने सभी भक्तों को रक्षा बंधन के त्यौहार के महत्त्व के बारे में बताया व मंच संचालिका मीना जोशी ने धार्मिक कहानियां सुनाई जिसमें महाभारत में वर्णित श्री कृष्ण – द्रौपदी की कथा, देवासुर संग्राम की कथा, वामन व बलि की कथा और सिकन्दर – पुरु की कहानी प्रमुख थी । उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी की व माँ पार्वती जी ने देवताओं की रक्षा की, इसी प्रकार माँ भद्रकाली जी भी आप सभी भक्तों की रक्षा करेगी ।
गुरु जी ने आगे कहा कि सार्वजनिक रूप से मनाए गए इस त्यौहार से इस पवित्र बंधन को भक्ति और प्रेम की मजबूती भी मिली है । उन्होंने ये भी कहा कि जरुरी हैं कि परम्पराएँ जारी रहे, तब ही समाज का विकास सम्भव होगा । पीठाध्यक्ष ने यह भी कहा कि धार्मिक व सामाजिक त्योहारों का महत्त्व तब और भी बढ़ जाता है, जब उससे संदेश दिया जाता है । मंदिर में आने वाले सभी भक्त इसका लाभ लेंगे और शक्तिपीठ की यात्रा कर सकेंगे । अबकी बार भी डोरियों पर 1 फुट के 14 प्लेकार्ड लगाए गए जिसमें पौराणिक महत्व के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाने के लिए समुद्र मंथन में निकले 14 रत्नों जैसे हलाहल वृक्ष, कामधेनु गाय, ऐरावत हाथी, कौस्तुभ मणि, पारिजात वृक्ष इत्यादि के चित्र लगाए गए है । आज दोपहर 12 बजे भंडारे का भी आयोजन किया गया । इस मौके पर एक विशेष राखीनुमा मिल्क केक का भोग भी माँ को अर्पित किया गया । यह विशेष राखी माँ के अनन्य भक्त राजेन्द्र कश्यप ने तैयार की है । मंदिर में भक्तों द्वारा पोस्ट माध्यम से भेजी गयी सैंकड़ो राखियां भी प्राप्त हुई ।
इस मौके पर रोटरी क्लब कुरुक्षेत्र व जन सहयोग टीम कुरुक्षेत्र की सहायता से एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का भी आयोजन प्रातः 11 से 1 बजे तक किया गया । जिसमें 35 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया । गुरु जी द्वारा बताया कि रक्तदान का मुख्य उद्देश्य रक्षा करना है, जो की रक्षाबंधन के पर्व को सार्थक करता है । जनसहयोग संस्था के जितेंद्र शर्मा ने बताया कि इस रक्तदान शिविर का उद्देश्य रक्तदान के जरिए रक्त संचरण करने के साथ-साथ रक्तदान के शारीरिक, आपातकालीन व सामाजिक महत्व से परिचित करवाना भी था । डॉ एम के मौदगिल ने कहा कि इस शुभ कार्य का उद्देश्य रक्त बैंकों में रक्त की कमी पूरी करना है । लोगों को डॉक्टरों के द्वारा सर्टिफिकेट भी वितरित किए गए । इस मौके पर एसडीएम लाडवा नसीब सिंह शामिल हुए । पीठाध्यक्ष ने बताया कि इस बार मंदिर में 26 अगस्त, सोमवार को रात्रि 9 से 12 बजे श्री कृष्ण जन्माष्टमी का कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा । मंदिर में उपस्थित महिला मंडल ने गुरु जी, गुरुजी के सुपुत्र स्नेहिल शर्मा को राखी भेंट की । इस मौके पर देवेंद्र गर्ग हाबड़ी, जीवन मौदगिल, रामपाल लाठर, संजय गोयल, दिनेश कंसल, सुरेंद्र शर्मा, आशीष, राकेश, विकास बंसल इत्यादि भक्त उपस्थित थे ।