न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र,1 अगस्त। जिला पुलिस कुरुक्षेत्र ने कमेटी डालने के नाम पर धोखाधड़ी करने आरोप में अंकुर सिंगला उर्फ रोमी पुत्र जोगध्यान सिंगला, वासी सैक्टर ४, अर्बन अस्टेट, कुरुक्षेत्र व मनीष सिंगला पुत्र जोगध्यान सिंगला वासी कुरुक्षेत्र को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने दी।
यह जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 26 मई 2020 को रविंद्र सिंगला पुत्र तारा चंद सिंगला वासी नई अनाज मंडी कुरुक्षेत्र ने पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र को दी अपनी शिकायत में बताया था उन्होंने अंकुर सिंगला उर्फ रोमी पुत्र जोगध्यान सिंगला, वासी मकान नंबर १७८७, सैक्टर ४, अर्बन अस्टेट , कुरुक्षेत्र डा . मनीष सिंगला पुत्र जोगध्यान सिंगला वासी करनाल, जोगध्यान सिंगला , वासी मकान नंबर १७८७, सैक्टर ४ , अर्बन अस्टेट , कुरुक्षेत्र, ४. श्वेता सिंगला ने कमेटी डालने के नाम पर उनके साथ करीब ५५ लाख रूपये की धोखाधड़ी की है। जिसकी जांच अपराध शाखा प्रभारी निरीक्षक मलकीत सिंह द्वारा करवाई गई, जिसकी जांच उपरांत मामला दर्ज करके मामले की जांच चौकी सेक्टर-७ प्रभारी महिला उप निरीक्षक रमनदीप कौर को सौंपी गई, जिसने अपनी शिकायत में प्रार्थी ने बताया कि वह रोमी को पिछले लगभग १० वर्षों से जानता है। जो प्रापर्टी डीलर/एडवाईजर का काम करता है तथा उसका दफ्तर लक्ष्मी प्रापर्टी डीलर के नाम से महाराणा प्रताप स्कूल व रतगल पेट्रोल पंप के पास है। आरोपी का कई वर्षों से आना जाना है आरोपी नंबर एक शिकायतकर्ता को पिछले लगभग ३-४ वर्षों से उकसाता आ रहा था कि वह अपनी प्रापर्टी एडवाईजर की दुकान पर भिन्न -२ व्यक्तियों की भिन्न -२ रकम प्रति महीना के लिये कमेटी डालने का कारोबार कर रहा है। इसके लिये उसके पास मंजूरशुदा लाईसेंस है। कोई भी व्यक्ति कमेटी डालकर सबसे आखिर में कमेटी लेगा तो उसे अच्छी मात्रा में लाभ मिलेगा। आरोपी १ के द्वारा बार- बार कहने पर शिकायत करते ने जुलाई २०१८ में उसके पास कमेटी डालना शुरू कर दिया। इस कमेटी में १२ मेंबर थे व मासिक किस्त २५,००० रुपये प्रति मेंबर थी और कुल कमेटी ३,००,००० / – रुपये की थी। जो व्यक्ति पहले कमेटी लेना चाहेगा , तो वह सबसे कम राशि की बोली लगायेगा , वह कमेटी उठा लेगा और सबसे अंतिम व्यक्ति को पूर्ण राशि प्राप्त होगी। वह आरोपी नंबर १ के झांसे में आ गया, इस कमेटी की महीना दर महीना किश्त प्रार्थी देता रहा। आरोपी ने शिकायत करता के भाईयों व रिश्तेदारों व दोस्तों द्वारा और अधिक रकम की कमेटी डालने के लिये प्रेरित किया। उसने अपने कुछ दोस्तों,रिश्तेदारों से मिलवाया। आरोपी ने पूरा आश्वासन दिया कि आप कमेटी डालो आपको बहुत फायदा होगा । इस प्रकार वह व उसके भाई दोस्त व रिश्तेदार आरोपी के जाल में फंसते चले गये । इस प्रकार प्रार्थी ने अपने रिश्तेदारों , भाइयों, दोस्तों की राशि के लिये १३ कमेटियां डलवा दी। सभी कमेटियां ३,६०,००० रुपये से १५,००,००० रुपये तक की थी, जिनके पूरा होने पर लगभग ८७,००,००० रुपये राशि बननी थी। कमेटियों की मासिक रकम प्रार्थी , प्रार्थी के भाई , दोस्तों व रिश्तेदारों द्वारा दी जा रही थी। आरोपी ने शिकायत करता को विश्वास में लेते हुये कहा कि उसने व उसके भाई डा . मनीष सिंगला ने एक प्रापर्टी खरीदी है और उसके पास लगभग ५०-५५ लाख रुपये की कमी है। आरोपी ने मुनाफा के तौर पर अच्छी रकम वापिस देने का आश्वासन दिया। आरोपी कहता रहा कि जिस प्रकार आपकी, आपके भाइयों, दोस्तों व रिश्तेदारों की कमेटियां आपने मेरे पास डलवाई है। उसी प्रकार हमारे लिये ५० लाख रुपये का बंदोबस्त कर दो, आप द्वारा दिलवाई जाने वाली रकम को एक वर्ष में अच्छे मुनाफे सहित वापिस कर दूंगा। रोज- रोज के मेल-जोल के कारण प्रार्थी ने दोषी नंबर १ को कहा कि वह अपने दोस्तों से इस बारे बात करेगा। जब-जब कमेटी की मासिक रकम लेता था तो इसकी एंट्री अपने पास रखी नोट बुक में करता था तथा उसमें कुल रकम देय हो जाती थी उसका हिसाब दर्शाता था। यह सभी एंट्री उसके द्वारा खुद की जाती थी और कई बार उसकी कापी उसके पास व्हाट्सएप मैसेज कर देता था । भिन्न-२ दोस्तों से इस विषय पर बात की और आखिरकार चार दोस्तों ने रकम देने की हामी भर ली। इस प्रकार हम सब की दोषी नंबर १ की दुकान पर दिसम्बर २०१८ में मीटिंग हुई, जिसमें रकम वापिस करने की शर्ते तय करने बारे बातचीत हुई। प्रार्थी व उसके दोस्तों ने दोषी नंबर १ को दोषी नंबर २ को हाजिर रहने की शर्त रखी तथा इस प्रकार अगले सप्ताह दोषी नंबर १ की दुकान पर लक्ष्मी प्रापर्टी डीलर पैट्रोल पम्प के पीछे सैक्टर ७ कुरुक्षेत्र पर हम सभी इक्ट्ठे हुये, जहां पर दोषी नंबर १व २ पहले से हाजिर मिले और ५० लाख रुपये देने बारे दोनों पक्षों में आपसी सहमति हो गई । प्रार्थी व उसके दोस्तों ने उपरोक्त रकम बारे लिखित पढ़त करने की शर्त रखी, जिस पर दोषी नंबर १ व २ ने कहा कि हम इकरारनामा पर साईन करने के लिये तैयार है। तो दोषी नंबर १ व २ ने कहा कि आज आप कितने पैसे दे सकते हो तो प्रार्थी व उसके दोस्तो ने कहा कि आज हमारे पास ५ लाख रुपये है, बकाया पैसे दिनांक ०१-०१-२०१९ को दे देगें तो दोषी नंबर १ व २ कहने लगे कि ये ५ लाख रुपये आज ही हमें दे दो और आप हमें ५० लाख रुपये और दिनांक ०१-०१-२०१९ को दे देना और इकरारनामा आज ही लिखकर रख लेते है। जो दोषी नंबर १ व २ ने ५५ लाख रुपये दिनांक ०१-०१-२०१९ को प्राप्त करने व दिनांक ०१-०१-२०२० को वापिस देने बारे इकरारनामा लिखकर अपने हस्ताक्षर करके और हमारे भी हस्ताक्षर करवा लिए, जो दोषी नंबर २ कहने लगा कि जब आप दिनांक ०१-०१-२०१९ को बकाया ५० लाख रुपये दोगे तो मैं आपको यह इकरारनामा है दूंगा, तब तक पर इकरारनामा मेरे पास रहेगा तो उस रोज हम ५ लाख रुपये जो साथ लेकर आये थे, दोषी नंबर १ व २ को देकर वापिस आ गए । इसके बाद दिनांक ०१-०१-२०१९ को मैं, मेरे दोस्त अपने सगे संबंधियों से ५० लाख रुपये व इंतजाम करके किये गये वायदे के अनुसार दोषी नबर १ के प्रापटी डीलर कार्यालय में गए तो उस रोज हमारे साथ जसपाल सिंह पुत्र अनोख सिंह निवासी मकान नंबर ६६०/८, इंदिरा कालोनी, रेलवे रोड़, कुरुक्षेत्र भी साथ था। जब हम दोषी नंबर १ के कार्यालय में पहुंचे तो दोषी नंबर १ व ३ पहले से वहां मौजूद थे, तो हमने दोषी नंबर १ व ३ को कहा कि आप दोषी नंबर २ को बुला ले, हम कैश लेकर आ गए हैं। दोषी नंबर १ ने फोन पर दोषी नंबर २ से बातचीत करके कहा कि आप पैसे गिनाया दो, मेरा भाई डा. मनीष सिंगला आने वाला है, जो हमने दोषी नंबर १ व ३ पर विश्वास किया हमने ५० लाख रूप्ये जसपाल सिंह के सामने गिनवाकर ५० लाख रूप्ये दोषी नंबर १ व ३ को दे दिये और हमने काफी देर तक दोषी नंबर २ की इंतजार की, परन्तु वह ना आया तो दोषी नंबर १ ने दोषी नंबर २ को फोन किया कि कब आ रहा है तो दोषी नंबर २ ने कहा कि में आज नहीं आ सकता, क्योंकि मेरे पास कोई एमरजेंसी आ गई है । में १-२ दिन बाद आउंगा और आपस में विश्वास होने के कारण हम उस रोज ५० लाख रूपये दोषी नंबर १ को देकर वापिस आ गए । ६. यह कि उसके बाद हमने कई बार दोषी नंबर १ से वो इकरारनामा मांगा तो वह विश्वास दिलाता रहा कि आपको इकरारनामा मिल जायेगा, जो मोटी रकम होने के कारण दिनांक १२-०१-२०१९ को मैं व जसपाल सिंह दोषी नंबर १ के मकान नंबर १७८७ , सैक्टर ४ कुरुक्षेत्र गए तो दोषी नंबर १ व ४ घर पर हाजिर मिले, जिनको हमने कहा कि ५५ लाख रूपये प्राप्त करने का वह इकरारनामा हमें दिया जाये, जो दोषी नंबर १ व ४ कहने लगे कि आप हमारे उपर विश्वास करे। डा . मनीष सिंगला को जरूरी काम पड़ गया है, वह आ नहीं पा रहा है और दोषी नंबर १ ने कहा कि ५५ लाख रूपये प्राप्त करने बारे में मेरी विडियो रिकार्ड कर लो, जो दोषी नंबर १ अंकुर सिंगला ने अपनी इच्छा अनुसार खुद बोलकर मेरे फोन में अपनी वीडियो रिकार्डिंग सबूत के लिये करवाई कि मैने दिनांक ०१-०१-२०१९ को रविंद्र सिंगला से ५० लाख रूपये नकद लिये और इसके इलावा ५ लाख रुपये और भी लिये है। जो यह रकम दिनांक ०१-०१-२०१९ से दिनांक ०१-०१-२०२० तक है और यह रकम में दिनांक ०१-०१-२०२० को वापिस कर दूंगा। तो उस रोज हम वापिस आ गए। इसके बाद मैं व जसपाल सिंह आरोपी नंबर १ के कार्यालय में दिनांक ०१-०१-२०२० को गए तो हमने कहा कि इकरारनामा के अनुसार समय पूरा हो गया है, मेरी पूरी रकम वापिस दी जाये, उसने कहा कि मुझे २ माह का समय दिया जाए, मैं आपको पूरी रकम दे दूंगा। परंतु २ माह बाद भी आज कल कहते हुये टालता रहा। फिर भारत में लॉकडाउन होने की वजह से उसने कहा कि अब तो सब बंद है, जब आफिस खुलेगा, तब दूंगा। ८. यह कि उसके बाद दोषी नंबर १ अंकुर सिंगला उर्फ रोमी ने दिनांक २१-५-२० को हमें कहा कि आप मेरे प्रापर्टी के कार्यालय में आ जाए, बैठकर हिसाब करेंगे जो दिनांक २२-०५-२०२० को मैं व जसपाल सिंह दोषी नंबर १ के कार्यालय में गये, जहां पर पहले से दोषी नंबर १, ३ व ४ हाजिर थे, जो हमने कहा कि हमारे ५५ लाख रुपये व मेरे दोस्तों व सगे संबंधियों की कमेटियों का हिसाब किताब कर दे, क्योंकि मेरे सगे संबंधियों ने मेरी मार्फत कमेटियां दी थी, जिनके पैसे भी वापिस करने हैं। इतना कहते ही दोषी नंबर १ व ३ कहने लगे कि आपके पास क्या सबूत है, हम ये देखकर एकदम सहम गए कि इतना विश्वासपात्र होते हए यह क्या कह रहा है, तो मैने कहा कि मेरे पास आपकी खुद की करवाई गई वीडियो रिकार्डिंग है तथा कमेटियों के मेसेज व व्हाट्सएप है, जो मैने अपने फोन से उनको रिकार्डिंग सुनाई तो दोषी नंबर १ व ३ आग बबूला हो गये और मेरा मोबाईल छीनने की कोशिश की और में एकदम खड़ा हो गया तो दोषी नंबर १ ने अपनी पहनी पैट की बेल्ट में लगे रिवाल्वर को निकालकर मेरी तरफ तान दिया और कहने लगा कि आज तुझे जान से मार दूंगा तो में व मेरा साथी एकदम दौड़कर बाहर निकल आए तो दोषी नंबर १, ३ व ४ हमें गंदी गंदी गालियां देने लगे और कहने लगे कि अगर दुबारा पैसे का जिक्र किया तो बुरा अंजाम होगा। बहरहाल रोमी और डा.सिंगला पुलिस रिमांड पर हैं।
कमेटी के नाम पर करीब डेढ करोड़ की धोखाधड़ी, रोमी सिंगला व डा.मनीष गिरफ्तार
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