न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूआईईटी संस्थान के निदेशक यूआईईटी प्रो ढींगरा ने कहा कि दिन की शुरुआत अच्छे आचरण से होनी चाहिए ताकि पूरे दिन हर गतिविधि का परिणाम सकारात्मक मिले। वे यूआईईटी संस्थान में आयोजित इंडक्शन कार्यक्रम के दूसरे दिन विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे।
अखिल भारतीय तकनीकी परिषद नई दिल्ली के निदेशक प्रोफ़ेसर टी.जी. सीता राम ने कहा कि विद्यार्थियों के चहुंमुखी विकास के लिए इंडक्शन कार्यक्रम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद का पाठ्यक्रम है। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को 15 दिन के लिए खुशनुमा माहौल प्रदान किया जाता है ताकि विद्यार्थी और नए स्थान पर आने वाली नई चुनौतियों से अपने आप को ही तैयार करें !
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने आर्ट ऑफ लिविंग के साथ मिलकर विभिन्न तकनीकी संस्थानों जैसे आईआईटी, एनआईटी और राष्ट्रीय महत्व के अन्य संस्थानों के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए एक विशेष राष्ट्रीय स्तर के इंडक्शन 5.0 का आयोजन किया।
कुवि के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नालॉजी (यूआईईटी) के छात्रों को सत्र में भाग लेने और गुरुदेव श्री श्री रविशंकर की अंतर्दृष्टि को सुनने के साथ-साथ उनके साथ बातचीत करने का अवसर मिला।
कार्यक्रम की शुरुआत गुरुदेव, उनके दृष्टिकोण और उपलब्धियों के परिचय के साथ हुई,। फिर गुरुदेव ने छात्रों से प्रश्न आमंत्रित किए और एनआईटी वारंगल, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, यूआईईटी केयूके आदि जैसे विभिन्न संस्थानों के कई छात्रों ने गुरुदेव के साथ चर्चा की। उन्होंने विभिन्न विषयों पर प्रकाश डाला । अंत में, गुरुदेव ने सभी संस्थानों के दर्शकों के साथ बातचीत की।
डॉ. संजीव आहूजा ने प्रोफेसर विनोद कुमार भारद्वाज, गणित विभाग और आर्ट ऑफ लिविंग संगठन के वरिष्ठ सदस्य सुनीता भारद्वाज, कंचन सेठ और श्री करण का धन्यवाद किया ।
इस अवसर पर कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. सविता गिल, डॉ. दीप्ती चौधरी, नेहा दुग्गल, अधीक्षक दीपक शर्मा, हरिकेश पपोसा आदि मौजूद रहे।