न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रदेश भर में प्रत्येक सियासी पार्टी को सिखों को टिकटें देनी चाहिए। सिख बाहुल्य सीटों पर तो इस बात का ध्यान हर राजनीतिक दल को रखना चाहिए। यह मांग हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध ने की। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सिखों का बनता हक किसी भी राजनीतिक दल ने नहीं दिया है। राजनीतिक दलों द्वारा सिर्फ सिखों के वोट बैंक का ही प्रयोग किया, लेकिन उन्हें उनके राजनीतिक अधिकार से हमेशा वंचित रखा जाता रहा है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर से अब हरियाणा विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और अभी तक किसी भी राजनीतिक पार्टी ने सिखों को उनका अधिकार नहीं दिया। उन्होंने कहा कि सभी सियासी दलों को इस पर गंभीरता से विचार करते हुए सिखों को टिकटें देनी चाहिए। कम से कम प्रदेश में अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, फरीदाबाद, सिरसा, डबवाली, कालांवाली सहित अन्य जिन सीटों पर सिख मतदाताओं का वर्चस्व है, वहां तो प्रत्येक राजनीतिक दल को सिखों को उनका राजनीतिक अधिकार देते हुए टिकटें देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई विधानसभा हल्कें ऐसे हैं, जो सिख बाहुल्य है, बावजूद इसके राजनीतिक पार्टियों ने सिखों की अनदेखी की है। हालांकि दल सिखों के वोट बैंक का इस्तेमाल जरुर करते रहे हैं। इसलिए अब सिख अपना अधिकार मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में सिख बाहुल्य सीटों पर सिख चेहरों को ही टिकट देने से उनकी जीत भी निश्चित रूप से होगी। सिख कौम ने देश की आजादी में विशेष एवं महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन स्वतंत्रता के उपरांत सियासी दलों ने राजनीतिक तौर पर सिखों का शोषण किया, जो सरासर अनुचित है। इसलिए अब प्रत्येक सियासी दल को अपना-अपना उत्तरदायित्व निभाते हुए सिखों को टिकटें देकर उन्हें उनका राजनीतिक अधिकार देना चाहिए।