Monday, November 25, 2024
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मॉरीशस के कण कण में भारत और सनातन भारतीय वैदिक संस्कृति व्याप्त है – उच्चायुक्त महामहिम हेमंडॉयल डिलम

by Newz Dex
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मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम हेमंडॉयल डिलम  श्रीमद्भागवत गीता जयंती समारोह – 2024 के उपलक्ष्य में मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आयोजित  अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि होगें।

मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम श्री हेमंडॉयल डीलम से  शिष्टाचार भेंट की।

न्यूज़ डेक्स संवाददाता

कुरुक्षेत्र । भारत ने मॉरीशस ही अनेक महत्वपूर्ण विकास सहायता प्रदान की है। मॉरीशस हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार के रूप में उभरा है। मॉरीशस और भारत के बीच संबंध सदियों पुराने हैं। ये संबंध अटूट ही नहीं बल्कि अदभुत हैं। सांस्कृतिक रूप से दोनों देश एक दूसरे के काफी करीब हैं। इंदिरा गांधी से नरेंद्र मोदी तक समस्त प्रधानमंत्रियों का मॉरिशस से खास लगाव रहा है। मॉरीशस की स्वतंत्रता में भी महात्मा गांधी के नमक आंदोलन का जुड़ाव रहा है। मॉरीशस में 60 प्रतिशत से ज्यादा आबादी भारतीय मूल के लोगों की है। यह उद्गार भारत में मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम हेमंडॉयल डिलम ने मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र से नई दिल्ली स्थित दूतावास मे एक शिष्टाचार भेंट में व्यक्त किये। डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने अंतर्राष्ट्रीय श्रीमद्भागवत गीता जयंती समारोह – 2024 के उपलक्ष्य में मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आयोजित अठारह दिवसीय कार्यक्रम में 01 दिसम्बर 2024 भी आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत के निर्माण में श्रीमद्भगवद्गीता का परिप्रेक्ष्य विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम हेमंडॉयल डिलम बतौर मुख्य अतिथि के लिए आमंत्रित किया। जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया।
मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम हेमंडॉयल डीलम ने कहा मॉरीशस में श्रीमद्भागवत गीता एवं रामायण लोगों के आस्था के आधार स्तम्भ है। मॉरीशस के कण कण में भारत और सनातन भारतीय वैदिक संस्कृति व्याप्त है। भारत गणराज्य और मॉरीशस गणराज्य के बीच साझा सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आर्थिक संबंधों पर आधारित हैं। दोनों देशों ने कई मुद्दों पर सहयोग किया है। इसमें व्यापार, विदेश, रक्षा और विकास सहयोग शामिल है।ब्रिटिश हुकूमत के दौरान भारत से बड़ी संख्या में लोगों को अनुबंध तहत काम करने के लिए मॉरीशस ले जाया गया था। उन्होंने अपनी मेहनत और ताकत के बल पर पहचान कायम की। मॉरीशस भारत के राजनीतिक हितों के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार बना हुआ है। डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा सम्पूर्ण संसार में भारत के बाहर यदि कहीं भारत   है तो वह मॉरीशस है। मैने अपनी अनेक मॉरीशस की यात्राओं में महसूस किया है की मॉरीशस का भारत एवं भारतीयता से बहुत ही आत्मीय लगाव है। मॉरीशस भारतीय धर्म एवं संस्कृति के लिए गौरव एवं आत्म सम्मान का प्रतीक है हेमंडॉयल डिलम ने मातृभूमि सेवा मिशन धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र को मॉरीशस में सामाजिक एवं धार्मिक गतिविधियों के संचालन के लिए आमंत्रित किया, जिससे भारत एवं मॉरीशस के पारस्परिक सम्बन्ध और प्रगाढ़ हो सके। मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने मॉरीशस गणराज्य के उच्चायुक्त महामहिम हेमंडॉयल डिलम को स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र और आश्रम का साहित्य भेंट किया। इस अवसर पर मातृभूमि सेवा मिशन  की उत्तर प्रदेश इकाई के संयोजक रामेन्द्र सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही

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