न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 6 जनवरी। उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला में ई-संजीवनी ओपीडी शुरू हो चुकी है, जिसके माध्यम से नागरिक घर बैठे ही स्वास्थ्य संबंधित परामर्श ले सकते है। इसके लिए व्यक्ति को अपने एंड्रायड मोबाईल पर ई-संजीवनी एप का इंस्टाल करना होगा। उपायुक्त ने बातचीत करते हुए कहा कि यदि आप किसी बीमारी से पीडि़त है या फिर गर्भवती महिला है तो आपको थोड़ी-बहुत तकलीफ होने पर उपचार के लिए अब नागरिक अस्पताल आने की जरूरत नहीं है।
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला में ई-संजीवनी ओपीडी शुरू की है। ई-संजीवनी एप के माध्यम से घर बैठे ही सम्बंधित बीमारी के बारे में डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं। इसके लिए मरीज को अपने एंड्राइड फोन पर ई-संजीवनी एप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद एप पर ही अपने मोबाइल नंबर का रजिस्ट्रेशन कर अपनी तकलीफ बतानी होगी।
इस सेवा का लाभ लेने के लिए नागरिकों को अपने स्मार्ट फोन से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। जिसके बाद वीडियो कॉलिंग या वेब कैमरे के जरिये रोगी से चिकित्सक बात करके उचित दवाई बताएंगे। सम्बंधित डाक्टर टैलीकॉन्सल्टेशन के जरिये मरीज से बात करेगा और उसे क्या-क्या एहतियात बरतनी है इन सबके बारे में परामर्श तो देगा ही।
इसके साथ-साथ उसे कौन सी दवाई की आवश्यकता है इसके बारे में भी बताएगा। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में ई-संजीवनी एप नागरिकों के लिए स्वास्थ्य दृष्टि से कारगर साबित हो रहा है। नागरिकों को चाहिए कि वे घर बैठे ही इस एप के माध्यम से अपनी बीमारी या तकलीफ के बारे में डॉक्टर से परामर्श लें। कोरोनाकाल में बीमार व्यक्ति व गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के दृष्टिगत यह सेवा शुरू की गई। कोरोना संक्रमित होने पर ज्यादा दिक्कत गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों व गर्भवती महिलाओं को होती है।
इसके अलावा सबसे ज्यादा डॉक्टरी परामर्श की उन्हीं को जरूरत पड़ती है। इन सब को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ऐसे मरीजों को ई-संजीवनी ओपीडी पर उपचार मुहैया करवाने का फैसला लिया है। मरीज को सिर्फ ई-संजीवनी एप डाउनलोड कर इस सुविधा का लाभ उठा सकते है।