न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग की ओर से हरियाणा के कलाकारों का महाकुंभ रत्नावली का आयोजन 25 से 28 अक्टूबर तक किया जा रहा है जिसमें 32 हरियाणवी विधाओं में प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय/कॉलेज/संस्थानों के हजारों कलाकार भाग लेंगे।
युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. विवेक चावला बताया कि रत्नावली समारोह हरियाणा ही नहीं अपितु पूरे विश्व में अपनी पहचान रखता है। रत्नावली के माध्यम से हरियाणा की अनेक विधाओं को जन्म मिला है। रत्नावली पूरे हरियाणा के कलाकारों को मंच तो प्रदान करता ही है इसके साथ-साथ उनमें प्रतियोगिता की भावना को भी जन्म देता है। प्रो. विवेक चावला बताया कि रत्नावली समारोह इस वर्ष भी युवा कलाकारों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र होगा। रत्नावली युवा छात्रों के लिए एक ऐसी कार्यशाला है जिसके माध्यम से अब तक हजारों युवाओं को मंच प्रदान किया जा चुका है।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि इस वर्ष भी रत्नावली समारोह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ के निर्देशानुसार अत्यंत उत्साह से मनाया जायेगा। इस रत्नावली उत्सव में जहां एक ओर हरियाणवी खान-पान का तडक़ा लगेगा वहीं पर दूसरी ओर हरियाणा की हस्तकला के अलग-अलग स्वरूप देखने को मिलेंगे।
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32 विधाओं में हजारों कलाकार लेंगे भाग
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि 25 से 28 अक्टूबर 2024 तक विश्वविद्यालय में चलने वाले रत्नावली हरियाणा दिवस राज्य स्तरीय महोत्सव 2024-25 में विश्वविद्यालय/कॉलेज/संस्थानों के हजारों कलाकार 32 विधाओं में भाग लेंगे जिसमें हरियाणवी भाषा में भाषण प्रतियोगिता, हरियाणवी कविता, हरियाणवी भाषा में टिट-बिट्स प्रतियोगिता, हरियाणवी पॉप सॉन्ग, हरियाणवी स्किट, हरियाणवी लोक-गीत, हरियाणवी भजन, रागनी, हरियाणवी ऑर्केस्ट्रा, हरियाणवी लोक वाद्य (एकल), हरियाणवी एकांकी-नाटक, हरियाणा पर ऑन द स्पॉट पेंटिंग, हरियाणा पर पेंटिंग की प्रदर्शनी, हरियाणवी लोक वेशभूषा प्रतियोगिता (पुरुष और महिला), सांग (हरियाणा का लोक नाट्य रूप), पुरानी प्राचीन हरियाणवी संग्रह प्रदर्शनी, चौपाल, रसिया समूह नृत्य हरियाणवी, हरियाणवी क्विज लघु फिल्म ( हरियाणवी या हरियाणा में) अधिकतम 15 मिनट, हरियाणवी पगड़ी का बंधन, अनुष्ठान लोक हस्तशिल्प निर्माण (फुलझरी, बिंदरवाल, पीढ़ा, बोहिया, सांझी और सिंधी), युगल रागनी प्रतियोगिता, मोनो-एक्टिंग, हरियाणवी कोरियोग्राफी, हरियाणवी एकल नृत्य (पुरुष और महिला), हरियाणवी गजल, हरियाणवी समूह नृत्य, हरियाणवी फैशन शो, हरियाणवी समूह गान, हरियाणवी कविता प्रतियोगिता में युवा कलाकार धमाल मचाएंगे व अपनी कला के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति को प्रदर्शित करेंगे।