शाहाबाद के डॉ प्रदीप गोयल को जींद विधानसभा और विजय गर्ग को लाडवा विधानसभा का बनाया पर्यवेक्षक
न्यूज़ डेक्स संवाददाता/ प्रदीप गोयल
जींद । अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनावों के लिए विधानसभा क्षेत्रों में वैश्य उम्मीदवारों की जीत को सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक पार्टियों की तर्ज पर समाज के पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं।
जींद विधानसभा क्षेत्र में सुभाष तायल रोहतक, पवन अग्रवाल अंबाला, नवीन केड़िया सिरसा, पदम गुप्ता असंध, अमरनाथ गुप्ता पानीपत, अंकुश जैन रोहतक, प्रशांत सिंगला पिल्लूखेड़ा, प्रमोद गर्ग धनोरा, सुरेश ऐरन चरखी दादरी, डॉ प्रदीप गोयल शाहबाद तथा हनुमान ऐरण हिसार को नियुक्त किया गया है।
गुरुग्राम विधानसभा सीट पर मुकेश बंसल भिवानी, अभय जैन गुरुग्राम, अशोक जैन फिरोजपुर झिरका, विजय गुप्ता सोहना, सुरेंद्र गर्ग पानीपत, पंकज कसेरा भिवानी, वरुण सिंगला भिवानी, अक्षत कसेरा सिरसा और शुभम गोयल चरखी दादरी को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
भिवानी विधानसभा सीट पर बलराम गुप्ता चरखी दादरी और रवि गर्ग बधवानिया को पर्यवेक्षक की जिम्मेवारी दी गई है। इसी प्रकार लाडवा में विजय गर्ग ज्वैलर्स शाहबाद और कुरुक्षेत्र के राजेश सिंगला को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। करनाल विधानसभा सीट पर कुरुक्षेत्र के सुमित हिंदुस्तानी और फतेहाबाद से सुशीला सर्राफ समाज के लोगों को एकजुट कर वैश्य समाज के उम्मीदवारों के लिए काम करेंगे। रेवाड़ी में संदीप नूनीवाला नारनौल तीर्थ राज गर्ग सफीदों और रवि गर्ग नारनौल को पर्यवेक्षक बनाया गया है। पानीपत ग्रामीण विधानसभा सीट पर राजेश सिंगला कुरुक्षेत्र और सत्य प्रकाश समालखा को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया है।
सिरसा विधानसभा सीट पर सनी बंसल सिरसा, राजेंद्र मित्तल और कपिल सिंगला रतिया, शुभम लोहिया गोहाना, ललित मित्तल भिवानी और पुनीत बंसल फतेहाबाद को पर्यवेक्षक की जिम्मेवारी दी गई है।
अंबाला विधानसभा सीट पर प्रदीप सिंगला कुरुक्षेत्र, हिमांशु गोयल और वेद प्रकाश गर्ग कैथल, तरुण अग्रवाल और धीरज गोयल साहा को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
हरियाणा में करीब एक दर्जन विधानसभा सीटों पर वैश्य समाज के उम्मीदवार मैदान में है। वैश्य समाज की उम्मीदवारों की जीत को सुनिश्चित करने के लिए अग्रवाल वैश्य समाज पहले भी पर्यवेक्षक नियुक्त करता रहा है। विधानसभा अनुसार पर्यवेक्षक की नियुक्ति का उद्देश्य इस प्रकार से किया जाता है कि जो पर्यवेक्षक बनाकर भेजे जाते हैं उनका उन विधानसभा क्षेत्र में संपर्क पहले से रहता है।