न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। छात्रों के सर्वांगीण विकास एवं उनमें छिपी प्रतिभा को निखार कर नवीन दृष्टिकोण प्रदान करने हेतु विद्या भारती ,हरियाणा द्वारा आठ दिवसीय मेधावी छात्र कार्यशाला का आयोजन गीता निकेतन आवासीय विद्यालय,कुरुक्षेत्र में किया गया। कार्यशाला का समापन समारोह आज 2 अक्तूबर 2024 को नैमिषारण्य सभागार, संस्कृति भवन, कुरुक्षेत्र में आयोजित किया गया। ज्ञानदायिनी माँ शारदा की वंदना के पश्चात् कार्यशाला सहसंयोजक श्रीमद्भगवद् गीता वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ,नारायणगढ़ के प्रधानाचार्य श्री सुधीर कुमार जी ने अतिथि महानुभवों का परिचय कराया। तत्पश्चात् गीता निकेतन आवासीय विद्यालय,कुरुक्षेत्र के वरिष्ठ आचार्य डॉ• संतोष कुमार देवांगन जी ने कार्यशाला वृत प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ,विद्या भारती के पूर्व छात्र एवं होली हार्ट अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ• आदित्य बत्रा जी ने विद्यार्थियों को कार्यशाला में प्राप्त ज्ञान एवं जीवन मूल्यों को व्यावहारिक जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने और दृढ़ संकल्प के साथ निरंतर अपने लक्ष्य की प्राप्ति में लगे रहने की सीख दी।
कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र के प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ• सुदेश जी ने विद्यार्थियों को 21वीं सदी की चुनौतियों और अवसरों से परिचित कराया। उन्होंने समाज ,विज्ञान, व्यापार और व्यक्तिगत जीवन में बेहतर निर्णय लेने और प्रगति करने के लिए आंकड़ों और सूचना की जानकारी को महत्वपूर्ण बताया। विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के माननीय सह-संगठन मंत्री श्री बाल किशन जी ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने हेतु जिज्ञासा विकास एकमात्र आधार है। उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने और सादगी व उच्च विचारों को आत्मसात् करने के लिए प्रेरित किया। हिंदू शिक्षा समिति के उपाध्यक्ष माननीय श्री चेतराम शर्मा जी ने कार्यशाला को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी महानुभावों के प्रति आभार व्यक्त किया। आठ दिवसीय कार्यशाला में प्रान्त के विभिन्न विद्यालयों के 65 मेधावी छात्रों को लगभग 27विषय विशेषज्ञों और प्रेरक वक्ताओं का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। यह कार्यशाला वास्तव में छात्रों के व्यक्तित्व निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी। कार्यक्रम में श्री रामकुमार जी (प्रांत प्रशिक्षण, संरक्षक), श्री शेषपाल जी( प्रांत शैक्षिक ,संरक्षक), एवं हरियाणा प्रांत के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं आचार्य उपस्थित रहे। शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।