दो सत्रों में आयोजित संगोष्ठी में मनोरोग विशेषज्ञ डा.नरेंद्र परुथी व डा.नोमिता ऋषि ने दिया व्याख्यान
एनडी हिन्दुस्तान
कुरुक्षेत्र। मानसिक स्वास्थ्य और खुशहाली विषय पर धर्मजीवी इंस्चीट्यूट आफ प्रोफेशनल एजुकेशन द्वारा संगोष्ठी आयोजित की। दो सत्रों में आयोजित कई गई इस संगोष्ठी के पहले सत्र में मनोरोग विशेषज्ञ डा.नोमिता ऋषि और दूसरे सत्र में डा.नरेंद्र परुथी ने बतौर मुख्य वक्ता इस विषय पर अपने उद्गार प्रकट करते हुए वर्तमान दौर की चुनौतियों और इसके समाधान पर प्रकाश डाला। डा.नोमिता ऋषि ने सोशल मीडिया के लाभ और इसके दुष्प्रभाव के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में में 600 मिलियन इंटरनेट यूजर हैं और इनमें से 500 मिलियन यूजर एक्टिव रहते हैं।
उन्होंने कहा कि आज किसी भी विषय पर त्वरित संपर्क करना,बात रखना और अपनी बात को अधिक से अधिक संख्या में पल भर में पहुंचाने में यह सबसे सशक्त माध्यम बन चुका है। भले ही इंटरनेट और सोशल मीडिया के सकारात्मक और नकारात्मक इफेक्ट हों,लेकिन इसके बावजूद नये युग में इसका बड़ा रोल है।
कारोबार,शिक्षा,चिकित्सा,संदेश प्रवाह,कई तरह के जागरुकता अभियान,जनसंपर्क अभियान,यातायात सेवा,मनोरंजन, आज इंटरनेट पर निर्भर है।
उन्होंने इंटरनेट के नकारात्मक इफेक्ट पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जो यूजर लगातार इसका उपयोग कर रहे हैं, इससे उनकी रीयल लाइफ में अटेंशन और फोकस कम हो रहा है। इसी के साथ उन्होंने फोमो इफेक्ट के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फिलिंग आफ मिसिंग आउट (फोमो) इफेक्ट यानी जब किसी रील और रीयल में किसी की लग्जरी लाइफ को फील करके खुद को डाउन महसूस करते हैं। हमें इससे बचने की आवश्यकता है।
दूसरे सत्र में सुविख्यात मनोरोग विशेषज्ञ डा.नरेंद्र परुथी ने मौजूदा दौर में दबाव और तनावपूर्ण जीवनशैली से कैसे निपटा जाए और जीवन को खुशहाल कैसे रखें इसकी जानकारी दी। आज जिन परिस्थितियों को फेस कर रहे हैं,उससे निपटने के लिए हमें सबसे पहले समझना होगा कि हम गलती कहां कर रहे हैं। तभी तनाव को मैनेज कर पाएंगे। अपनी गलतियों को समझ कर उन्हें सुधारने का प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य भी काफी महत्वपूर्ण है। मानसिक समस्याओं को दूर करने के लिए खेलों का बहुत महत्व है। इसके अलावा अनुशासित जीवनशैली अपनानी होगी। संगोष्ठी में मुख्य वक्ताओं का कालेज की सचिव शशि सभ्रवाल और कालेज प्राचार्य डा.शालिनी राजपूत ने धन्यवाद किया।मुख्य वक्ताओं का परिचय डा.मीनाक्षी शर्मा एवं डॉ प्रीति ने दिया,जबकि कार्यक्रम की संयोजक डा.सुदेश तनेजा, डा.सुमीत ने इस सफल संगोष्ठी के लिए सभी प्रतिभागियों का आभार जताया। इस मौके पर रविंदर कुमार,सुमीत कुमार,मोना रानी,कोमल ने अन्य कालेजों से आए प्रतिभागियों के संयोजन में सहयोग किया।