कहा, डीएपी न मिलने से अन्नदाता हो रहा परेशान
अरोड़ा ने पूर्व विधायक पर कसा तंज, कहा, वे तो ले रहे पुरानी फीलिंग लेकिन डीआईपीआरओ किस हैसियत से कर रहे प्रेस नोट जारी
एनडी हिन्दुस्तान
कुरुक्षेत्र। थानेसर के विधायक अशोक अरोड़ा ने कहा है कि डेंगू से पीडित मरीजों की संख्या लगातार बढ रही है लेकिन सरकार द्वारा डेंगू से रोकथाम के कदम उठाने की बजाए आंकडों को छुपाया जा रहा है। सरकार को चाहिए कि आंकड़े छुपाने की बजाए डेंगू की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए ताकि डेंगू से जुझ रहे मरीजों को राहत मिल सके व डेंगू को कंट्रोल किया जा सके। वे मंगलवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। अरोड़ा ने कहा कि कुरुक्षेत्र के अस्पताल डेंगू के मरीजों से भरे पड़े हैं। बडे अस्पतालों में रोजाना सैंकड़ों डेंगू से पीडित मरीज पहुंच रहे हैं लेकिन हैरानी की बात है कि सरकार डेंगू की रोकथाम करने की बजाए आंकडों को छुपाने लगी है। उन्होने कहा कि आकाश नगर मेे एक मौत डेंगू से हुई है और चक्रवति माहल्ले में भी डेंगू से मौत हो गई है। कुरुक्षेत्र में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ रहा है और जानें भी जा रही हैं। इसको लेकर गत दिनों उन्होने ई-दिशा की बैठक में भी इस मुद्दे को उठाया था। उस समय अधिकारियों ने आश्वस्त भी किया था कि डेंगू की रोकथाम के लिए फोगिंग करवाई जाएगी लेकिन अब तक न तो कहीं फोगिंग दिखाई दी है और न ही कोई अन्य प्रयास दिखाई दे रहा है। सरकार का सबसे पहला कार्य नागरिकों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर होना होता है लेकिन सरकार तो अपनी वाहवाही करवाने में ही जुटी हुई है। सरकार को चाहिए कि डेंगू की रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए।
डीएपी की किल्लत पर बोलते हुए अशोक अरोड़ा ने कहा कि बिजाई का सीजन चल रहा है। हर साल डीएपी की किल्लत सामने आती है। सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द किसानों को डीएपी मुहैया करवाया जाए। उन्होने कहा कि कृषि मंत्री कह रहे हैं कि डीएपी की कोई कमी नही है। यदि डीएपी की कमी नही है तो किसानों को क्यों उपलब्ध नही करवाया जा रहा? विधायक ने कहा कि आज किसान डीएपी न मिलने के कारण काफी परेशान हैं। सरकार जल्द से जल्द किसानों को डीएपी उपलब्ध करवाए ताकि किसान गेहूँ की फसल की बिजाई समय से कर सकें।
अशोक अरोड़ा ने पूर्व विधायक पर कसा तंज
पत्रकार वार्ता के दौरान विधायक अशोक अरोड़ा ने पूर्व विधायक सुभाष सुधा पर तंज कसते हुए कहा कि पूर्व विधायक तो हो सकता है कि पुरानी फीलिंग ले रहे हों लेकिन हैरानी की बात है कि अधिकारी आखिर क्यों पूर्व विधायक की बैठकों मे जा रहे हैं। इतना ही नही डीआईपीआरओ की ईमेल से ही प्रेस नोट जारी किया जा रहा है। अरोड़ा ने कहा कि नगर परिषद का यदि कोई प्रेस नोट जारी भी करना होता है तो डीएमसी अधिकारी हैं या फिर डीसी के नाम से किया जा सकता है। अधिकारियों को यह बात समझ जानी चाहिए।
कुवि कुलपति भाजपा का कार्यकर्ता समझ कर रहा है काम
अशोक अरोड़ा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय जोकि शिक्षा का केंद्र है और राजनीति से परे हटकर यहां विद्यार्थी पढाई करते हैं लेकिन दुख की बात है कि यहां का कुलपति अपने आप को भाजपा का कार्यकर्ता समझकर काम कर रहा है। चुनाव के दौरान जिन्होने कांग्रेस का साथ दिया था, उनके ट्रांसफर कर दिए गए हैं और जो भाजपा का साथ दे रहे थे उनको प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि शिक्षा के मंदिर में बैठकर इस प्रकार के कार्य को अंजाम देना, शर्मनाक है। कुलपति जैसे पद पर बैठकर सबको समान दृष्टि से देखना चाहिए।