खाद्य तेलों और दालों के रेट में डेढ गुणा तक हो गई वृद्धि, महंगाई ने जनता का जीना किया मुहाल
रसोई गैस पर गुपचुप तरीके से कर दी सब्सिडी खत्म, एक माह में 100 रूपए प्रति सिलेंडर की हुई बढ़ौतरी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 11 जनवरी। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने बढ़ती महंगाई पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय मार्किट में कच्चे तेल के दाम काफी कम होने के बावजूद भारत में पैट्रोल और डीजल के दाम काफी ज्यादा हैं जिसके कारण कमर तोड महंगाई बढ़ गई है और दैनिक उपयोग की वस्तुएं डेढ़ गुणा तक महंगी हो गई हैं। उन्होने हरियाणा सरकार से मांग की कि पैट्रोल और डीजल पर वैट खत्म करके जनता को राहत देने का काम किया जाए।
अरोड़ा ने कहा कि पैट्रोल और डीजल की कीमतें चरम सीमा पर होने के कारण आज खाद्य तेलों और दाल की कीमतों में डेढ़ गुणा तक वृद्धि हो गई है जिससे आम आदमी के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड करना मुश्किल हो गया है। उन्होने कहा कि बढ़ती मंहगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। रसोई गैस की कीमत पिछले एक माह में 100 रूपए प्रति सिलेंडर बढ़ा दी गई और सरकार ने चुपचाप सब्सिडी खत्म कर दी है। उन्होने कहा कि गरीब और मध्यम दर्जे के लोगों पर महंगाई की मार का सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ रहा है। डीजल की कीमतें बढ़ने से खेती की लागत पर ज्यादा खर्च हो रहा है। किसान जो चीजें फसल के लिए खरीदता है वह मंहगी मिलती है लेकिन किसान को उसकी फसल का उचित भाव नहीं मिल रहा।
अरोड़ा ने भाजपा सरकार को आम जन विरोधी बताते हुए कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय मार्किट में कच्चे तेल का भाव काफी कम है तो देश में पैट्रोल और डीजल के भाव उसी दर से कम किए जाने चाहिए लेकिन सरकार ने टैक्स व वैट लगाकर पैट्रोलिम पदार्थों के भाव काफी ज्यादा कर दिए हैं जिस कारण से महंगाई बढ़ रही है।