Wednesday, December 4, 2024
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सुखबीर सिंह बादल व उनकी सरकार के कैबिनेट मंत्रियों को सजा सुनाना ऐतिहासिक निर्णय : बेअंत सिंह नलवी

by Newz Dex
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सत्ता के नशे में चूर बादल परिवार ने गुरु साहिबान के सत्कार को दरकिनार कर दिलाई थी डेरा प्रमुख को माफी

जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल ने बादल परिवार के इस फैसले के खिलाफ सबसे पहले की थी आवाज बुलंद

एनडी हिन्दुस्तान

कुरुक्षेत्र। सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को माफी देने समेत अन्य गंभीर मामलों में दोषी ठहराकर श्री अकाल तखत साहिब श्री अमृतसर द्वारा तत्कालीन डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल व कैबिनेट मंत्री रहे नेताओं को सजा सुनाना एक ऐतिहासिक फैसला है। हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी इस ऐतिहासिक फैसले का स्वागत करती है। यह विचार प्रकट करते हुए हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के नवनियुकत प्रवकता एवं मैंबर बेअंत सिंह नलवी ने कहा कि बादल परिवार द्वारा डेरा प्रमुख को माफी दिलाना एक अनुचित एवं कौम के खिलाफ लिया गया फैसला था। सत्ता के नशे में चूर बादल परिवार ने गुरु साहिबान के मान सत्कार को दरकिनार कर उपरोकत फैसला लिया था, जिसके खिलाफ विश्व भर में बसने वाले सिखों में रोष पनपा था। अब इतने लंबे अर्से बाद श्री अकाल तखत साहिब पर एकत्रित हुए सिंघ साहिबान ने सिख कौम को इंसाफ दिया है।
बेअंत सिंह नलवी ने कहा कि जब डेरा प्रमुख को माफी दिलाई गई थी, तब दुनिया भर में धर्म प्रचार करने वाले एवं हरियाणा कमेटी की मुहिम चलाने वाले जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल ने इसके खिलाफ सबसे पहले आवाज बुलंद की थी। जत्थेदार दादूवाल ने डेरा प्रमुख को माफी देने के मामले में बादल परिवार के खिलाफ लड़ाई भी लड़ी थी। नलवी ने कहा कि हरियाणा कमेटी के लिए सौभागय की बात है कि जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल बतौर चेयरमैन धर्म प्रचार की कमान संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब से जत्थेदार दादूवाल ने कमान संभाली है, तब से प्रदेश भर में धर्म प्रचार की लहर ओर भी प्रचंड हुई है।
बेअंत सिंह नलवी ने कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी इस ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तखत साहिब सिखों के लिए सर्वोच्च है और अब जो निर्णय लिया गया है, निश्चित रूप से सिख कौम के खिलाफ जाने वाले स्वार्थी नेताओं को सबक मिलेगा। पंजाब के तत्कालीन सीएम स्व.प्रकाश सिंह बादल से फख्र-ए-कौम खिताब वापिस लेने भी उचित कदम है। उन्होंने कहा कि अपनी सत्ता का नाजायज फायदा उठाते हुए सिंघ साहिबान पर दबाव बना कर उपरोत निर्णय करवाया गया था, जो कि अब सार्वजनिक हो चुका है। उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल, पूर्व मंत्री प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जगीर कौर, बिक्रम सिंह मजीठीया, सुरजीत सिंह, गुलजार सिंह रणीके, महेशइंदर सिंह, सर्बजीत सिंह, सोहन सिंह ठंडल, चरणजीत सिंह, आदेश प्रताप सिंह को धार्मिक सजा सुनाते हुए ३ से १२ दिसंबर तक दोपहर एक बजे तक श्री दरबार साहिब के शौचालय की सफाई करने, इसके बाद स्नान कर लंगर सेवा करने, फिर नितनेम एवं सुखमणी साहिब का पाठ करने के आदेश दिए गए। इसके साथ ही गले में तखतियां डाल कर, सेवादार का चोला पहन कर बरसा पकडऩे की २ दिन की सेवा श्री दरबार साहिब में करने के बाद दोषी अगले २-२ दिन तखत श्री केशगढ़ सााहिब श्री आंनदपुर साहिब, तखत श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो, श्री मुकतसर साहिब और श्री फतेहगढ़ साहिब में सेवा कर अपना वेतन पूर करने के आदेश का भी हरियाणा कमेटी स्वागत करती है।


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