एलआईसी एजेंटे के रूप में काम करेंगी महिलाएं, घर बैठे बनेंगी धनवान
देश के इतिहास में एक और नए दौर शुरू होगा
‘चलो बहनों मोदी जी से मिलने’ कार्यक्रम में पहुंचेंगी 50 हजार से ज्यादा महिलाएं
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की तरह बीमा सखी योजना भी बनेगी जनआंदोलन एनडी हिन्दुस्तान
पानीपत/चंडीगढ। देश के इतिहास में एक और नया दौर 9 दिसंबर को पानीपत से शुरू होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यहां महिलाओं के लिए एलआईसी की “बीमा सखी योजना” का शुभारंभ करेंगे। यह वही पानीपत की एतिहासिक धरती है, जहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 में ही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की शुरुआत की थी। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ देशभर में जन आंदोलन बना और हर राज्य में लिंगानुपात में अभूतपूर्व सुधार हुआ। करीब नौ साल पहले जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” का शंखनाद किया तो उस समय उस समय हरियाणा का लिंग अनुपात 876 था, जो अप्रत्याशित रूप से बढ़ा। हरियाणा सहित पूरे देश की जनता ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आंदोलन के रूप में लिया और आज नतीजे सबके सामने हैं। बेटियों की संख्या बढ़ रही है और इन्हीं बेटियों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे। 2015 से 2024 के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं और बेटियों के लिए अनेक योजनाएं शुरू की। इसी महिला सशक्तिकरण की सकारात्मक सोच को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब बीमा सखी योजना से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएंगे। भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कदम उठाए हैं, उससे देशभर में महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। पानीपत के सेक्टर 13-17 में होने वाले कार्यक्रम का नाम ‘चलो बहनों मोदी जी से मिलने’ रखा गया है और इसमें करीब 50 हजार महिलाएं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सुनने आएंगी। इससे स्पष्ट है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की तरह बीमा सखी योजना से भी देश की महिलाओं के लिए नए युग का सूत्रपात होगा। देश में अपनी तरह की पहली योजना होगी, जिससे महिलाओं को घर बैठे आमदनी का साधन मिलेगी। एलआईसी ऐजेंट के रूप में महिलाएं काम करेंगी और सरकार की तरफ से भी वेतन के रूप में रुपये दिए जाएंगे, प्रोत्साहन राशी और बीमा पॉलिसी का कमीशन अलग से मिलेगा। 9 दिसंबर के बाद मिलाकर महिलाओं का जीवन खुशियों से और ज्यादा खिलखिलाने वाला है।
कार्यक्रम की तैयारी जोरों पर, संजय भाटिया संभाल रहे कमान, नेताओं ने झोंकी ताकत
पानीपत के सेक्टर 13-17 में 9 दिसंबर को होने वाले प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम के लिए तैयारी जोरों पर चल रही है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद संजय भाटिया कार्यक्रम की तैयारियों की कमान संभाले हुए हैं। हर रोज कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया जा रहा है और ड्यूटी लगाई जा रही हैं। कार्यक्रम के लिए अलग से पार्किंग व्यवस्था की गई है। संजय भटिया के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में ताकत झोंक रखी है।
तीन मंच होंगे, महिलाओं को सबसे आगे स्थान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंच के अलावा दो और अलग-अलग मंच बनाए जा रहे हैं। एक मंच पर 100 से ज्यादा वीवीआईपी और वीआईपी के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए एक और मंच तैयार किया गया है। 200 सोफे भी विशेष अतिथियों लिए तैयार रहेंगे। यही नहीं बीमा सखी योजना के तहत जिन महिलाओं का चयन कार्यक्रम के लिए किया गया है, उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम में सबसे आगे बैठाया जाएगा। कार्यक्रम में एंट्री के लिए विभिन्न अधिकृत पास जारी किए जाएंगे, जिसके माध्यम से कार्यक्रम में एंट्री होगी। कार्यक्रम स्थल और 28 ब्लॉक बनाए गए हैं। मीडिया के लिए मीडिया सेंटर और मीडिया गैलरी भी होगी।
भाजपा महामंत्री अर्चना गुप्ता लगातार कर रही बैठक
भारतीय जनता पार्टी की महामंत्री डॉ. अर्चना गुप्ता कार्यक्रम को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। लगातार हरियाणा के अलग-अलग जिलों में पहुंचकर सेल्फ हेल्प ग्रुप और महिलाओं के जुड़े संगठनों के साथ बैठक कर रही हैं। सरकारी की योजनाओं की लाभ लेने वाली महिलाओं के साथ-साथ हर वर्ग की महिलाओं को 9 दिसंबर को पानीपत में लाया जाएगा। इसके लिए डॉ. अर्चना गुप्ता कार्यकर्ताओं के साथ जोरशोर से तैयारी में जुटी हुई हैं। बता दें कि हरियाणा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने महिलाओं का यह सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा।
ऐसे समझें योजना, महिलाएं होंगी अत्मनिर्भर, सरकार कसर नहीं छोड़ेगी
इस योजना के तहत, महिलाओं को भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का एजेंट बनाया जाएगा और उन्हें बीमा से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद, महिलाएं अपने आसपास के लोगों का बीमा करके अपनी आय अर्जित कर सकेंगी। इसके साथ ही, महिलाओं को हर महीने निश्चित वेतन भी दिया जाएगा। पहले साल बीमा सखियों को 7,000 प्रति माह, दूसरे साल 6,000 रुपये और तीसरे साल 5,000 रुपये प्रति माह सरकार की ओर से दिए जाएंगे। इसके साथ ही हर महीने 2,100 रुपये की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। महिलाओं को बीमा पॉलिसी बेचने पर अतिरिक्त कमीशन मिलेगा, जो उनकी आय को और बढ़ाएगा। योजना के पहले चरण में लगभग 35,000 महिलाएं शामिल की जाएंगी।