प्रसिद्घ गायिका कविता पौडवाल ने सांस्कृतिक संध्या में भरा भक्तिरस
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने किया सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ
कलाकारों को किया सम्मानित
एनडी हिन्दुस्तान
कुरुक्षेत्र । जय-जय नारायण, नारायण हरी-हरी… कृष्ण और शिव भक्ति के भजनों से प्रसिद्घ गायिका कविता पौडवाल ने समा बांध दिया। इस कलाकार ने अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के ब्रहमसरोवर पर भजनों की प्रस्तुति से पूरी फिजा में भक्तिरस भर दिया। इस मंच पर गायिका अनुराधा पौडवाल ने बेहतरीन भजनों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को अपने मोहपाश में बांधने का काम किया।
अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में शुक्रवार को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड व उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केंद्र पटियाला की तरफ से ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्घ गायिका कविता पौडवाल ने अपनी प्रस्तुतियां दी। इससे पहले पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, नगर परिषद की पूर्व अध्यक्षा उमा सुधा, एनजेडसीसी के अधिकारी रविंद्र सिंह, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सीईओ पंकज सेतिया, सदस्य अशोक रोशा, प्राधिकरण के सदस्य सौरभ चौधरी, विजय नरुला, एमके मोदगिल, कैप्टन परमजीत सिंह, डा. ऋषिपाल मथाना, युद्घिष्ठïर बहल ने दीपशिखा प्रज्जवलित करके विधिवत रुप से प्रसिद्घ गायिका कविता पौडवाल की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने गायिका कविता पौडवाल व अन्य कलाकारों को सम्मानित किया।
प्रसिद्घ गायिका कविता पौडवाल ने सत्यम, शिवम, सुंदरम, मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा, कृष्ण और शिव की महिमा की अपनी भजनों के जरिए गुणगान किया। इस कलाकार ने अनेकों भजनों की प्रस्तुति दी। इन भजनों को सुनने के बाद दर्शक झूमने पर मजबूर हो गए। इतना ही नहीं ब्रहमसरोवर की फिजा कृष्ण और शिवमय हो गई। इस कलाकार ने चिर-परिचित गायन शैली से पांडाल में बैठे सभी दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। इस सांस्कृतिक संध्या में बोलते हुए पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि सरकार के प्रयासों से ही अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव को पूरे विश्व में एक पहचान मिली है और इस महोत्सव के कारण कुरुक्षेत्र को भी एक नया मुकाम मिला है।