10 व 11 दिसंबर को आम जनता के लिए रहेगी खुली
प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री, हरियाणा के महामहिम राज्यपाल व मुख्यमंत्री के संदेश किए गए है प्रदर्शित
अनेक महापुरुषों के गीता के बारे में विचारों को भी प्रदर्शनी में किया गया है प्रदर्शित
एनडी हिन्दुस्तान
रोहतक । उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने जिला स्तरीय गीता महोत्सव में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा स्थानीय पुलिस मैदान में गीता के सार पर आधारित प्रदर्शनी का उद्ïघाटन किया तथा अवलोन किया। यह प्रदर्शनी 10 व 11 दिसंबर को भी सुबह 10 से सांय 4 बजे तक आम जनता के लिए खुली रहेगी।
विभाग द्वारा लगाई गई इस प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश को भी प्रदर्शित किया गया है, जिसके अनुसार श्रीमद्भगवद गीता हमें जीवन पर विचार करने और कुछ नया करने की प्रेरणा देती है। श्रीमद्भगवद गीता उन विचारों का संयुक्त रूप है, जो आपको विषाद से विजय तक ले जाता है। आज की युवा पीढ़ी को गीता जरूर पढ़नी चाहिए, जो आज भी जिंदगी में मुश्किलों से जूझने की सीख देगी।
प्रदर्शनी में महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का संदेश भी प्रदर्शित किया गया है, जिसके अनुसार हरियाणा की पावन धरा को गीता की जन्मस्थली के नाम से जाना जाता है। भगवान श्रीकृष्ण की यह भूमि युगों-युगांतर से भारतीय सभ्यता और संस्कृति की संवाहक रही है। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में तंजानिया पार्टनर देश तथा ओडिशा पार्टनर राज्य है। गीता जयंती का संदेश देश-विदेश के हर नागरिक तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे है।
विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी का संदेश भी प्रदर्शित किया गया है, जिसके अनुसार गीता एक ऐसा अमर ग्रंथ है, जिसमें जीवन की हर समस्या, हर कठिनाई व हर उलझन का समाधान छिपा है। यह केवल उपदेश ही नहीं, उपचार भी है। आस्था ही नहीं, जीवन पद्धति भी है। गीता सोच ही नहीं, चिंतन और दिशा भी है। सरकार द्वारा श्रीमद्भगवद गीता और महाभारत युद्ध से जुड़े 134 धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों का विकास किया जा रहा है। सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड द्वारा विलुप्त सरस्वती नदी के जीर्णोद्घार, संरक्षण व अनुसंधान का कार्य किया जा रहा है। यह महोत्सव हरियाणा की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत से लोगों को परिचित करवाने और पुन: जोड़ने में भूमिका निभाएगा।
मुख्यमंत्री के संदेश के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की भूमि पर महाभारत के युद्घ के बीच एक ऐसा शांति का संदेश दिया, जो आज गीता उपदेश नाम से पूरे विश्व को प्रकाशमय कर रहा है। पवित्र ग्रंथ गीता में जीवन जीने का सार वर्णित किया गया है, जो समूचे मानव समुदाय को कल्याण की राह दिखाता है। प्रदर्शनी में महात्मा गांधी, आदि शंकराचार्य, दारा शिकोह, स्वामी ज्ञानानंद, इंग्लैंड से भारत के प्रथम गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग्स, सुनीता विलियम्स, हेनरी डेविड थोरो के गीता के बारे में विचारों को भी प्रदर्शित किया गया है।
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ये रहे उपस्थित :-
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी शालिनी चेतल, जिला शिक्षा अधिकारी मनजीत मलिक, डीपीसी रेनू खत्री, महामंडलेश्वर कपिल पुरी, कर्णपुरी, राघवेंद्र जी, सुखा शाह, खंड शिक्षा अधिकारी रितु पंघाल, जिओ गीता के प्रतिनिधि विपिन गोयल, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सुरेंद्र सिंह, राजेश जैन, जगबीर आर्य, दया आर्य, विपिन गोयल, सीमा बहन, अमित नागपाल सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि, विभागों के अधिकारी व कर्मचारी व स्कूली विद्यार्थी तथा गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।