आनलाइन कक्षाओं में अनुशासन का पालन करें विद्यार्थी: प्रो. रमेश भारद्वाज
विभागीय ईमेल आईडी पर ही होंगी कक्षाएं, जहां जरूरत है वहां दिया जाएगा प्रशिक्षण
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 14 जनवरी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की आनलाइन कक्षा के बीच पोर्न वीडियो चलने की घटना हो चुकी है। इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है और इस घटना के बाद अब कुवि प्रशासन चौकस हो चुका है। वीरवार को कुवि के प्रोक्टर प्रो. रमेश भारद्वाज ने कहा है कि कोरोना वैश्विक महामारी को देखते हुए आनलाइन चल रही कक्षाओं में भी विद्यार्थियों को अनुशासन में रहने की आवश्यकता है। जो भी विद्यार्थी विश्वविद्यालय के नियमों के विपरीत व्यवहार करेगा उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाही की जाएगी। प्रो. भारद्वाज ने कहा कि कोरोना काल शिक्षक एवं विद्यार्थी दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। इस संकट के समय में आनलाइन होने के बाद भी सभी पाठयक्रम समय पर पूरे हुए हैं, विद्यार्थियों ने आनलाइन परीक्षाएं दी हैं व संयम का परिचय दिया है।
आॅनलाइन सिस्टम की अपनी कुछ खामियां हैं जिसका प्रयोग शरारती तत्व कर सकते हैं इसलिए यह शिक्षक एवं विद्यार्थी दोनों की जिम्मेवारी है कि क्लाॅज ग्रुप में होने वाली कक्षाओं के बीच कोई बाहरी तत्व प्रवेश न करे। इस सम्बन्ध में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार एक कमेटी का गठन किया गया था। उस कमेटी की सिफारिशों के अनुसार अब सभी विभागों में आफिशियल ईमेल आईडी के आधार पर ही कक्षाएं होंगी। विभागाध्यक्षों की यह जिम्मेवारी होगी कि वे सभी विद्यार्थियों की आफिशियल ईमेल आईडी बनवाएं और उसी से ही कक्षाओं की एक्सेस करवाएं।
आनलाइन लर्निंग के दौरान बिना आज्ञा के किसी भी तीसरे व्यक्ति का प्रवेश नहीं होगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक पिछले एक वर्ष से आनलाइन कक्षाएं आयोजित कर रहे हैं। इन कक्षाओं के संबंध में कोई भी शिकायत नहीं है। विद्यार्थियों व शिक्षकों ने इस समय का भरपूर फायदा उठाया है। आफलाइन कक्षाओं के माध्यम से शिक्षक विभाग के साथ-साथ देश के दूसरे विश्वविद्यालयों से भी विशेषज्ञों को जोडने में सफल रहे हैं। इसके बाद भी आफनलाइन कक्षाओं के सफल आयोजन में अगर कोई तकनीकी समस्या आती है तो इसके लिए जरूरत के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किये जा सकते हैं।
प्रो. भारद्वाज ने कहा कि अनुशासन प्रत्येक विद्यार्थी एवं व्यक्ति का दायित्व है। सभी विद्यार्थियों को आफलाइन कक्षा की तरह आनलाइन कक्षाओं में भी अनुशासन बनाए रखने की जरूरत है। विश्वविद्यालय की गरिमा के विपरीत किसी भी तरह का व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा।