कृषि विशेषज्ञों के अनुसार मौसम का परिवर्तन फसलों को लाभ के साथ नुकसान भी पहुंचा सकता है
एनडी हिन्दुस्तान
कुरुक्षेत्र । मौसम में बढ़ती सर्दी एवं शीत लहर को लेकर कृषि एवं मौसम विशेषज्ञों ने किसानों के साथ आमजन को भी सचेत किया। विशेषज्ञों के अनुसार साल 2024 के अंतिम महीने दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में कुरुक्षेत्र सहित हरियाणा भर के मौसम में भारी परिवर्तन देखने को मिल रहा है। कृषि वैज्ञानिक डा. सी.बी. सिंह ने मौसम विभाग की जानकारी अनुसार कहा कि पिछले कई दिनों से शीतलहर की मार झेल रहे लोगों को आने वाले दिनों में कंपकंपाती सर्दी के साथ ही कोहरे और शीतलहर का सामना भी करना पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि बुधवार को मौसम विभाग की जानकारी अनुसार मौसम में हो रहे परिवर्तन और दो दिन पहले हुई बूंदाबांदी के चलते हरियाणा के कुछ शहरों में तापमान न्यूनतम स्तर पर पहुंचा है। मौसम विभाग की ओर से बुधवार को जारी किए आंकड़ों के अनुसार हिसार के बालसमंद, रोहतक और महेंद्रगढ़ में तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस के निकट रहा है। कुरुक्षेत्र सहित अन्य शहरों में भी सर्दी से आमजन प्रभावित हो रहा है। डा. सिंह ने कहा कि अभी सर्दी गेहूं एवं सरसों की फसलों के लिए लाभकारी है लेकिन सर्दी एवं पाले का अधिक बढ़ना सरसों के फूलों को नुकसान पहुंचा सकता है। उनके अनुसार सरसों के जिन पौधों में दाने बन चुके हैं उनके लिए अधिक सर्दी, शीत लहर व पाले का कोई नुकसान नहीं लेकिन सरसों के फूलों पर अधिक सर्दी व पाला नुकसान दायी है।
डा. सिंह ने बताया कि मौसम विभाग ने राज्य के 16 जिलों के लिए कोहरे और शीतलहर का यलो अलर्ट जारी किया है। इनमें पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत और सिरसा जिला शामिल हैं। हरियाणा के मौसम में लगातार हो रहे परिवर्तन के बाद एक बार फिर से राज्य में बारिश के आसार बन रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राज्य में 26 दिसम्बर की रात से बरसात के आसार बन रहे हैं। जीटी रोड बेल्ट में आते जिलों सोनीपत, पानीपत, करनाल, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल आदि जिलों में बरसात के आसार हैं। 27 दिसम्बर को कुछ स्थानों पर ओले गिरने की भी संभावना है।