गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद व केयूके के कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा ने भारत रत्न स्व. गुलजारी लाल नंदा को दी श्रद्धांजलि
केडीबी व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के तत्वावधान में नंदा जी की 24वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र,15 जनवरी। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के निर्माण और विकास में भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. गुलजारी लाल नंदा के योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इन महान लोगों को याद करके युवा पीढ़ी को शिक्षा और संस्कार मिलते है। इन संस्कारों और शिक्षा का अनुसरण करके देश और प्रदेश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरणा मिलती है। आज उनके प्रयासों को और आगे ले जाने की जरुरत है। वे शुक्रवार को भारत रत्न स्व. गुलजारी लाल नंदा की पुण्यतिथि पर ब्रहमसरोवर पर स्थित सदाचार स्थल पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के तत्वावधान में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा की प्रतिमा पर फूल माला अर्पित करने के उपरांत बोल रहे थे।
इससे पहले गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, एसडीएम अखिल पिलानी, सीईओ केडीबी एवं नगराधीश अनुभव मेहता, नंदा सदाचार स्थल के इंचार्ज प्रो. सुरेन्द्र मोहन मिश्रा, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय बीआर अम्बेडकर संस्थान के उपनिदेशक डा. प्रीतम सिंह, डा. देसवाल, केडीबी के पूर्व सदस्य डा. सौरभ चौधरी, प्रोफेसर डा. शुचि स्मिता, समाज सेवी खरैती लाल सिंगला, आरएल बंसल, डीवाईसीए के निदेशक डा. महासिंह पूनिया, पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष रामकुमार रम्बा, जिला बार एसोसिएशन के प्रधान गुरतेज शेखो, विनोद शर्मा, कुलदीप सिंह, डा. दीपक बब्बर, डा. परमेश कुमार, डा. गुरचरण सिंह, समाज सेवी विनोद गर्ग, केडीबी के पूर्व सदस्य कृष्ण कुमार, डा. नागपाल, डा. सुरेंद्र मेहता सहित अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों व गणमान्य लोगों ने भारत रत्न स्व. गुलजारी लाल नंदा की समाधि पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और नंदा जी की प्रतिमा पर फूल माला अर्पित की है और हवन यज्ञ में आहुती डाली। सभी मेहमानों ने पंडित नरेश शर्मा के साथ मंत्रौच्चारण के बीच आरती में भाग लिया। यहां पर यूनिवर्सिटी संगीत विभाग के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भजन प्रस्तुत कर श्रद्धांजलि समारोह को भक्ति रस से भर दिया।